धनतेरस व छोटी दीपावली पर उन्नाव के बाजार में रही रौनक

जागरण संवाददाता उन्नाव दीपोत्सव की तैयारी घर-घर की जा रही है। बाजार में त्योहार पर

By JagranEdited By: Publish:Fri, 13 Nov 2020 06:56 PM (IST) Updated:Fri, 13 Nov 2020 06:56 PM (IST)
धनतेरस व छोटी दीपावली पर उन्नाव के बाजार में रही रौनक
धनतेरस व छोटी दीपावली पर उन्नाव के बाजार में रही रौनक

जागरण संवाददाता, उन्नाव : दीपोत्सव की तैयारी घर-घर की जा रही है। बाजार में त्योहार पर खरीदारी करने वालों हर जगह भीड़ रही। मिठाई, नमकीन और रेडीमेड कपड़ों के साथ ही लक्ष्मी गणेश की प्रतिमाओं की भी जमकर बिक्री हुई। आचार्य रामजी शुक्ला ने बताया कि धनतेरस के एक दिन बाद और दीपावली से एक दिन पहले नरक चतुर्दशी और छोटी दीपावली मनाई जाती है। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार नरक चतुर्दशी कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को आती है। हालांकि इस बार कई जगहों पर 12 नवंबर को धनतेरस मनाया गया और कुछ लोगों शुक्रवार को छोटी दीपावली मनाई। वहीं कई जगहों पर शुक्रवार को यानि 13 नवंबर को धनतेरस मनाया जा रहा। इस साल धनतेरस की तिथि की वजह से छोटी और बड़ी दीपावली एक ही दिन मनाई जाएगी।

बाजार में दीए, चूरा, गट्टा, खील, बताशे, ड्राई फ्रूट्स व चॉकलेट के अलावा और चीनी के खिलौनों और मोमबत्तियों के साथ नई रुई की भी बिक्री रही। मिठाई की दुकानों का सन्नाटा भी टूटा। लोगों ने रेडीमेट कपड़ों के अलावा गिफ्ट के पैकेटों की खूब खरीदारी की। उन्होंने मोबाइल फोन और इलेक्ट्रानिक सामान भी पसंद किया कुछ लोग ले गए, तो कुछ दीपावली पर आने की बात कहकर चले गए। सर्राफा बाजार में भी आवाजाही लगी रही। ऑटोमोबाइल्स के बाजार में लोग बाइकें और कार देखने पहुंचे। दीपावली पर खरीदारी की बात कही। मिट्टी की बनी लक्ष्मी गणेश के साथ ही अन्य मूर्तियों की भी खरीदारी की गई। छोटी दीपावली के मौके पर बाजार में रौनक और चहल-पहल रही। देर शाम तक नगर की मुख्य बाजार भीड़ से पटी रही। दीपावली मनाने बड़ी संख्या में प्रवासी भी अपने गांव-घर पहुंचे हैं। बड़ा चौराहा, धवन रोड, स्टेशन रोड, बीडी मार्केट आदि बाजारों में स्थानीय लोगों के अलावा क्षेत्र के ग्रामीणों ने खूब खरीदारी की। देर शाम तक बाजार में चहल-पहल रही और मेले का माहौल रहा। एसबीआई बैंक के पास पार्किंग लगाई गई। शहर व गांव में रौनक का माहौल है। नगर में दुकानों व इमारतों को आकर्षक लाइटों से सजाया गया है, पूरा शहर रोशनी से जगमगा हो उठा है।

------

कारोबार ने बढ़ाई है आस

- लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाएं तो लोग पूजा के लिए खरीदते ही हैं। मगर कुछ साल से इनमें भी पीतल की मूर्तियां आ गईं थीं। अन्य आइटम भी कम बिक रहे थे। इस बार सभी तरह की बिक्री ने इस कारोबार में आस जगाई है। नरक चौदस हो या धनतेरस। बात भगवान की हो तो सभी दिन शुभ होते हैं। कुछ ऐसा ही नजर आया मिट्टी की मूर्तियों की खरीदारी में। लोगों ने मिट्टी के लक्ष्मी गणेश सहित अपने ईष्ट देवी देवताओं, पशु पक्षियों और घरों को सजाने वाली प्रतिमाओं की खूब खरीदारी की।

------

पूजा के सामान का बाजार

- दीये की अपेक्षा खुली मोमबत्तियां की बिक्री खूब हो रही है। दीये पंद्रह से बीस रुपये के पच्चीस और रुपये में उपलब्ध हैं। नई रुई आदि की भी खरीदारी भी खूब की गई। लोगों ने रोली, कलावा, आम के पत्ते, गुलाब व गेंदे आदि के फूल के अलावा शुक्रवार को ही माता लक्ष्मी के लए कमल का फूल खरीदा।

--------

सजावटी बाजार

- शुक्रवार को छोटी दीपावली को भी बाजार में इलेक्ट्रॉनिक्स सामान की धूम रही। लोगों ने बाजार में विभिन्न प्रकार के रंगीन बल्ब, एलईडी, झालरों आदि की जमकर खरीदारी की। इसके साथ लाइटयुक्त बंदनवार, फूलों की झालरों आदि की भी खूब बिक्री हुई।

---------------

नरक चतुर्दशी तिथि और स्नान का शुभ मुहूर्त

चतुर्दशी तिथि प्रारंभ: 13 नवंबर 2020 को शाम 05 बजकर 59 मिनट से

चतुर्दशी तिथि समाप्त: 14 नवंबर 2020 को दोपहर 02 बजकर 17 मिनट तक

अभ्यंग स्नान का मुहूर्त: 14 नवंबर 2020 को सुबह 05 बजकर 23 मिनट से सुबह 06 बजकर 43 मिनट तक

कुल अवधि: 01 घंटे 20 मिनट

chat bot
आपका साथी