दूसरे राज्यों से आने वालों को देनी होगी कोरोना जांच और वैक्सीनेशन का प्रमाणपत्र

जागरण संवाददाता उन्नाव कोरोना संक्रमण की दर को रोकने के लिए एकबार फिर स्वास्थ्य विभाग

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 12:55 AM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 12:55 AM (IST)
दूसरे राज्यों से आने वालों को देनी होगी  कोरोना जांच और वैक्सीनेशन का प्रमाणपत्र
दूसरे राज्यों से आने वालों को देनी होगी कोरोना जांच और वैक्सीनेशन का प्रमाणपत्र

जागरण संवाददाता, उन्नाव : कोरोना संक्रमण की दर को रोकने के लिए एकबार फिर स्वास्थ्य विभाग ने कवायद तेज कर दी है। डीएम रवींद्र कुमार ने इसके लिए लोगों को जागरूक करने के साथ टेस्टिग, ट्रेसिग और ट्रीटमेंट पर विशेष जोर दिया गया। साथ ही दूसरे राज्यों से आने वालों की सघन जांच की जाएगी। अब दूसरे प्रांतों से आने वालों को आरटीपीसीआर जांच और कोविड वैक्सीनेशन का प्रमाणपत्र देना होगा।

सीएमओ डा. सत्यप्रकाश ने उक्त जानकरी देते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार तथा प्रशासन द्वारा निरंतर प्रयासों के परिणाम स्वरूप प्रदेश में कोविड संचरण की स्थिति पर वर्तमान में काफी हद तक प्रभावी नियंत्रण प्राप्त किया गया है । वर्तमान में प्रदेश में कोविड धनात्मक दर 0.4 प्रतिशत है, जबकि देश के अन्य प्रदेशों में यह दर अभी भी उच्च बनी हुई है। उन्होंने बताया कि तीन प्रतिशत अथवा इससे अधिक कोविड धनात्मक वाले राज्यों मणिपुर, सिक्किम, मिजोरम, नागालैंड, केरल, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा व महाराष्ट्र से आने वाले यात्रियों को जनपद में यात्रा से पूर्व के तीन दिवसों की आरटीपीसीआर ऋणात्मक जांच होने अथवा यात्री के कोविड टीकाकरण से पूर्ण अच्छादित होने का प्रमाण पत्र देना होगा। डीएम ने सीएमओ को निर्देश दिया है कि उच्च कोविड धनात्मक वाले राज्यों से आने वाले यात्रियों का रेलवे स्टेशन आगमन स्थल पर एंटीजन से जांच निरंतर कराई जाए। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति सीधे गांव में पहुंच रहे हैं ऐसे व्यक्तियों की निगरानी समिति के सदस्यों द्वारा सूची तैयार की जाए तथा उनकी एंटीजन या आरटीपीसीआर जांच कराई जाए।

chat bot
आपका साथी