विकास का ख्वाब दिखाकर शहरियों के साथ किया छल

शहर का अक्स बदलने के लिए प्रशासन व नगर पालिका ने कागज पर योजना बनायी। धवन रोड को 40 फिट किया जाएगा वहीं शहर से अतिक्रमण के नासूर को हमेशा के लिए साफ कर दिया जाएगा। शहर की पटरियों को चलने योग्य बनाने के साथ-साथ पटरी दुकानदारों को मॉडल शॉप का मुहैय्या कराने का सपना दिखाया गया। लगा कि शहर बदल जाएगा और साहित्य का शहर नए कलेवर में दिखेगा। लेकिन कागज पर बनी योजना कागज पर ही सिमट कर रह गयी। शहरियों को जो ख्वाब दिखाए गए थे वह धरे रह गए। हालात वहीं पुराने हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 May 2019 07:24 PM (IST) Updated:Sat, 18 May 2019 06:23 AM (IST)
विकास का ख्वाब दिखाकर शहरियों के साथ किया छल
विकास का ख्वाब दिखाकर शहरियों के साथ किया छल

जागरण संवाददाता, उन्नाव : शहर की तस्वीर बदलने का सपना दिखाए जाने पर शहरियों ने प्रशासन के प्रयासों को सराहा पर पहल होने के बाद उसको भुला दिए जाने पर अब वह खुद को छला हुआ महसूस करते हैं। दावा किया गया था कि पटरी दुकानदारों के लिए वेडिग जोन बनाने के साथ उनको मॉडल शॉप मुहैय्या कराई जाएगी। धवन रोड को 40 फिट का करने के साथ राजधानी मार्ग का फुटपाथ शहरियों के लिए खाली कराने का भी ख्वाब दिखाया गया। पर धवन रोड के कुछ कब्जे हटाने के बाद उसे भुला दिया गया। शहरी आज भी अतिक्रमण से सिकुड़ीं सड़कों पर लगने वाले जाम में फंसते हुए अपनी किस्मत को कोसते हैं।

शहर में अतिक्रमण के संजाल को हटाने के लिए फरवरी में प्रशासन ने रूपरेखा तैयार की थी। यूएसडीए व नगर पालिका को कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। इस पर धवन रोड पर 8 फरवरी और 9 फरवरी को दो बार अतिक्रमण का अभियान चलाया गया। प्रशासन ने शिद्दत से 40 से अधिक दुकानों का अतिक्रमण हटाया। वहीं 50 घरों को अपने अवैध कब्जे को हटाने का समय दिया गया, जिस पर घरों में हथौड़े चलने लगे थे। इसी बीच पुलवामा की घटना हुई और उसके बाद सब ठंडे बस्ते में चला गया। इसका नतीजा यह हुआ कि धवन रोड पर हटा अतिक्रमण फिर से बेल बन गया है।

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नहीं वेंडिग जोन बना और न 500 मॉडल शॉप

कलक्टरगंज, स्टेशन रोड, धवन रोड, आवास विकास कालोनी, मोतीनगर, पीडी नगर, जिला अस्पताल के सामने व पुराना जिला अस्पताल के पास वेडिग जोन बनाने की तैयारी थी। तो पटरी दुकानदारों को शहर के सात वेडिग जोन में 500 मॉडल शाप बनाने की योजना बनाई गई थी। पर कचहरी आरओबी के नीचे तीन चार दुकानें बनने के बाद पूरी योजना ठंडे बस्ते में चली गई।

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न धवन रोड चौड़ी हुई न हटी सब्जी मंडी

प्रशासन व नगर पालिका की जो योजना है कि उसमें धवन रोड को 40 फुट चौड़ा करने के साथ बीच में डिवाइडर भी बनना है। पहल होने के बाद प्रशासन ठंडा पड़ा तो हटाए गए स्थानों पर फिर से अतिक्रमण हो गया। बड़ा चौराहा के अतिक्रमण को हटाने के लिए सब्जी मंडी के दूसरी जगह लगाने की योजना थी लेकिन हाल यह है कि सब्जी मंडी अभी भी सड़क पर लगती है।

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फुटपाथ पर लगनी थी रंगीन इंटरलाकिग

शहर को बेहतर बनाने के लिए आवास विकास से लेकर टेंपो स्टैंड तक सड़क की पटरियों पर रंगीन इंटरलाकिग लगनी थी। इसमें करीब 25 लाख का खर्च आना था। बजट भी पास हो गया लेकिन अतिक्रमण के कारण न तो सड़क की पटरी खाली हुई और न ही रंगीन इंटरलाकिग लग सकी।

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नो वेंडिंग जोन में भी अतिक्रमण

कलेक्ट्रेट, एसपी कार्यालय के सामने, गांधीनगर तिराहा, प्रकाश गेस्ट हाउस के सामने, गदनखेड़ा बाइपास चौराहा, आवास विकास बाईपास तिराहा, बड़ा चौराहा से आईबीपी चौराहा तक, बड़ा चौराहा से छोटा चौराहा तक, जिला न्यायालय से जिला जज आवास के सामने तक के क्षेत्र को नो वेंडिग जोन घोषित किया है लेकिन यहां पर अतिक्रमण कायम है।

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शहर में जमे अतिक्रमण को लेकर प्रशासन ने जो रूपरेखा तैयार की है। इस पर अमलीजामा पहनाया जाएगा। असल में लोकसभा चुनाव के कारण कर्मचारी व अधिकारी निर्वाचन कार्यों में व्यस्त थे। मतगणना के बाद अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाकर शहर को साफ किया जाएगा।

- राकेश कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट

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