नाले साफ हुए न अतिक्रमण, सिर्फ मुनादी से चला रहे काम
जागरण संवाददाता उन्नाव इस बार बारिश से पहले शहर के नालों की सफाई नहीं कराई गई।
जागरण संवाददाता, उन्नाव : इस बार बारिश से पहले शहर के नालों की सफाई नहीं कराई गई। ऐसे में शहर के अधिकांश नाले नालियां सिल्ट और पालीथिन जमा होने के कारण चोक हैं। मंगलवार सुबह से बुधवार भोर पहर तक हुई बारिश से पूरे शहर में जलभराव हो गया। डीएम समेत सभी प्रशासनिक अधिकारी सड़क पर उतरे और निरीक्षण कर अगली बार ऐसी स्थिति न बने इसके लिए रणनीति बनाई। इसे 36 घंटे से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन नाले पहले की तरह ही चोक बने हुए हैं। सड़कों पर अतिक्रमण यथावत है। आसमान में घिरे काले बादल एक बार फिर से जमकर बरसने के लिए तैयार दिख रहे हैं और नगर पालिका अब अतिक्रमण हटाने के लिए मुनादी करा रहा है।
अब यदि एक बार फिर तेज बरसात हुई तो शहर फिर से टापू बनते देर नहीं लगेगी। ऐसा तब है जबकि बुधवार को सुबह करीब छह बजे से नौ बजे तक एसडीएम सदर सत्यप्रिय सिंह ने नगर पालिका अध्यक्ष के पुत्र मंटू कटियार के साथ शहर के सभी जलभराव प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया। कुछ एक स्थानों पर उन्होंने तत्काल सफाई कर्मियों को बुला कर सफाई भी कराई। इसके बाद दोपहर में डीएम रवींद्र कुमार, एडीएम राकेश कुमार सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट चंदन कुमार पटेल ने निरीक्षण किया। मौके के हालात देखने के बाद नालों की सफाई तत्काल कराने, उन्हें अतिक्रमण मुक्त करने और बारिश से सड़क पर हुए गड्ढों को भरवाने के निर्देश दिये थे।
नगर पालिका की तरफ से डीएम के निर्देश पर यदि कुछ हुआ है तो मुनादी। नियमित रूप से नालों की सफाई करने वाली नगर पालिका को अब इस काम के लिए हाइड्रा मशीन की आवश्यकता है। जो किराये पर मंगाई जायेगी। फिलहाल उसका इंतजार किया जा रहा है। जब मशीन आयेगी तभी सफाई संभव हो पायेगी। ऐसे में यदि बारिश होती है तो एक बार फिर शहर वासियों को भीषण जलभराव के संकट का सामना करने के लिए स्वयं तैयार रहना पड़ेगा। हालांकि नगर पालिका के प्रभारी ईओ शिव नाथ वर्मा ने बताया कि अतिक्रमण शुक्रवार से हटाया जायेगा। इसके लिए कोतवाली को पत्र भेज दिया गया है। हाइड्रा मशीन भी किराये पर मंगाई गई है। शुक्रवार तक आने की संभावना है।