बदइंतजामी से बेहाल हैं भवानी खेड़ा गोशाला के गोवंश

जागरण संवाददाता उन्नाव परियोजना निदेशक जिला ग्राम्य विकास अभिकरण ने शुक्रवार को मियागंज

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 05:56 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 05:56 PM (IST)
बदइंतजामी से बेहाल हैं भवानी खेड़ा गोशाला के गोवंश
बदइंतजामी से बेहाल हैं भवानी खेड़ा गोशाला के गोवंश

जागरण संवाददाता, उन्नाव: परियोजना निदेशक जिला ग्राम्य विकास अभिकरण ने शुक्रवार को मियागंज ब्लाक की ग्राम पंचायत माखी के मजरे भवानी खेड़ा की गोशाला का निरीक्षण किया। इस दौरान यहां न सिर्फ गोवंशों की मौजूदगी कम मिली बल्कि मवेशियों के लिए चारा पानी, दवा, टीकाकरण आदि की भारी लापरवाही पाई गई। गोशाला के सतत निरीक्षण के निर्देश भी हवा में मिले। यहां बीते 10 माह ऐसे रहे। जिसमें ब्लाक स्तरीय किसी भी अधिकारी ने मौका निरीक्षण नहीं किया है। मुख्य विकास अधिकारी को दी गई निरीक्षण रिपोर्ट में पीडी ने यह जानकारी दी है।

पीडी यशवंत सिंह ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि निरीक्षण के दौरान यहां महज 14 गोवंश ही मिले। जबकि, 24 जून को संयुक्त निदेशक पशुधन के निरीक्षण में इसी गोशाला के अंदर 55 बेसहारा गोवंश पाए गए थे। रिपोर्ट में पीडी ने कहा कि मेरे निरीक्षण के दौरान भी गोशाला से बाहर तमाम बेसहारा गोवंश घूमते दिखे, लेकिन इनको पकड़कर गोशाला में बंद करने वाले जिम्मेदार कहीं नजर नहीं आए। गौरतलब है कि डीएम ने इस बावत खंड विकास अधिकारी व पशु चिकित्साधिकारी की जिम्मेदारी तय कर रखी है। रिपोर्ट में पीडी ने सवाल उठाया है कि 24 जून को 55 बेसहारा गोवंश के सापेक्ष 16 अक्टूबर को 45 गोवंश आखिर कहां गए। निरीक्षण में यहां पशुओं को खिलाने के लिए चारा भी नहीं मिला। पीडी ने रिपोर्ट में कहा है कि बीते दो साल में इस गोशाला से गाय देकर पशुपालक भी नहीं बनाए गए हैं। रिपोर्ट मिलने के बाद मुख्य विकास अधिकारी दिव्यांशु पटेल ने कहा है कि संबंधित पशु चिकित्साधिकारी व बीडीओ से इस बाबत स्पष्टीकरण लिया जाएगा।

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