कोरोना से छह की मौत, 184 मिले पॉजिटिव

जागरण संवाददाता उन्नाव कोरोना का कहर थम नहीं रहा है। कोरोना संक्रमितों के मरने औ

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 08:19 PM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 08:19 PM (IST)
कोरोना से छह की मौत, 184 मिले पॉजिटिव
कोरोना से छह की मौत, 184 मिले पॉजिटिव

जागरण संवाददाता, उन्नाव : कोरोना का कहर थम नहीं रहा है। कोरोना संक्रमितों के मरने और पॉजिटिव मिलने का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। गुरुवार को कोरोना से शहर के एक ब्रेकरी कारोबारी समेत छह लोगों की मौत हो गई। मृतकों में तीन महिलाएं हैं। जबकि 184 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें जिला अस्पताल के हृदयरोग विशेषज्ञ, एक चीफ फार्मासिस्ट समेत कई स्वास्थ्य और न्यायालय के कर्मचारी शामिल हैं।

सीएमओ डॉ. आशुतोष कुमार ने बताया कि कोरोना से मरने वालों में शुक्लागंज की एक 48 वर्षीय महिला, पुरानी बाजार की 65 वर्षीय महिला, बीघापुर का रहने वाला एक अधेड़ तथा 65 वर्षीय एक व व्यक्ति की मौत सरस्वती मेडिकल कॉलेज में हुई। वहीं छह दिन पूर्व कोरोना संक्रमित मिले बड़ा चौराहा पर ब्रेकरी की दुकान करने वाले एक सरदार को सरस्वती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। जहां से चार दिन बाद स्वजन निजी तौर पर उपचार कराने के लिए लेकर चले गए थे। कहीं बेड न मिलने पर उसका घर में उपचार हो रहा था गुरुवार को उसकी मौत हो गई। वहीं मियागंज सीएचसी में एंटीजन से कोरोना पॉजिटिव मिली महिला की मौत हो गई। दूसरी तरफ 14 न्यालय कर्मी भी संक्रमित मिले हैं। सीएमओ ने बताया कि गुरुवार को 2617 लोगों की कोविड जांच कराई गई 184 लेग कोरोना पॉजिटिव मिले। इसमें सबसे अधिक उन्नाव शहर में 54, शुक्लागंज में 10, बीघापुर में 15, सरोसी में 5, हिलौली में 30, असोहा में एक, बांगरमऊ में दो, बिछिया में 11, मियागंज में चार, सफीपुर में एक, पुरवा में 16, नवाबगंज में एक, सुमेरपुर में पांच और सिकंदरपुर करन में 29 लोग कोरोना से संक्रमित मिले। उन्होंने बताया कि अब जिले में 1831 सक्रिय केस हो गए हैं। जब कि अब तक 7106 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं जिनमें 5149 स्वस्थ हो चुके हैं। जिले में कोरोना से मरने वालों की संख्या 128 पहुंच गई है।

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47 और हुए स्वस्थ

9 एक तरफ जहां कोरोना मरीज बढ़ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कोरोना को हराकर स्वस्थ होने वाले भी बढ़ रहे हैं। गुरुवार को 47 लोग कोरोना को परास्त कर स्वस्थ हुए जिनमें 40 होम आइसोलेशन और सात सरस्वती मेडिकल कॉलेज से डिस्चार्ज किए गए हैं।

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कोविड की दवाओं से लेकर उपकरणों तक में लूट

- कोरोना संक्रमित होम आइसोलेट मरीजों को दी जाने वाली दवाओं का भी बाजार में टोटा हो गया है। स्टीम मशीन, डिजिटल थर्मामीटर से लेकर आइवरमेक्टिन जैसी दवाओं का भी टोटा है। ऑक्सीजन की किल्लत को लेकर अब तक कोई ऐसा ठोस प्रबंध नहीं हो पाया है जिससे लोगों को ऑक्सीजन की समस्या से छुटकारा मिलता।

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जो संक्रमित नहीं हैं उन्हें भर्ती करने से कर रहे परहेज

- कोरोना संक्रमित मरीजों को तो दवा उपचार में परेशानी का सामना करना ही पड़ रहा है। जो संक्रमित नहीं हैं और सांस फूल रही है उन मरीजों को भी अब अस्पतालों में जगह नहीं मिल रही है। कोविड जांच के चक्कर में वह घंटों चक्कर काटते रहते हैं उन्हें बेड और ऑक्सीजन तक नहीं दी जा रही।

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