ट्रैक पर गिरा सिग्नल पोल, बाल-बाल बची तेजस
अजगैन रेलवे स्टेशन में अप लाइन का एडवांस सिग्नल पोल समेत ट्रैक पर रविवार सुबह गिर पड़ा। पेट्रोलिग के दौरान कीमैन दलजीत सिंह की नजर गिरे पोल पर गई तो उसने स्टेशन मास्टर को इत्तला दी। सिग्नल का पोल गिरने के बाद समय रहते सतर्कता न बरतने से लखनऊ से कानपुर आ रही हाईस्पीड ट्रेन तेजस लोको पायलट बिना मैनुअल रन थ्रू पास हो गई। घटनाक्रम को देखते हुए डीआरएम ने सिग्नल और परिचालन विभाग के अधिकारियों को जांच करके रिपोर्ट देने की बात कही है। वहीं घटना की वजह से आठ घंटा रेल यातायात बाधित रहा।
जागरण संवाददाता, उन्नाव :
लखनऊ-कानपुर रूट पर रविवार सुबह तेजस एक्सप्रेस हादसे का शिकार होने से बाल-बाल बची। अजगैन स्टेशन पर अप लाइन का एडवांस सिग्नल पोल ट्रैक पर गिर गया था। तेजस के गुजरने से पहले कीमैन की नजर पड़ गई और उसने पोल हटाकर स्टेशन मास्टर को जानकारी दी। जब तक अप लाइन की ट्रेनों को रोका जाता, लखनऊ से कानपुर जा रही तेजस धड़धड़ाते हुए अजगैन से पास हो गई। पोल हटाने में देरी होती तो बड़ा हादसा हो सकता था। घटना को लेकर डीआरएम ने परिचालन और सिग्नल विभाग को जांच के आदेश दिए हैं। लखनऊ-कानपुर रूट पर रेल यातायात आठ घंटे तक प्रभावित रहा।
एडवांस सिग्नल पोल गिरने की घटना अजगैन रेलवे स्टेशन पर सुबह करीब साढ़े छह बजे हुई। डाउन लाइन में पेट्रोलिग करते हुए कीमैन दलजीत सिंह की नजर अप लाइन के ट्रैक पर गिरे पोल पर गई। उन्होंने फौरन केबिन मैन और नजदीक की क्रासिग के गेटमैन को सूचना दी। पोल को ट्रैक से हटाने के साथ स्टेशन मास्टर और एसएनटी विभाग को जानकारी दे दी गई। स्टेशन मास्टर जब तक कंट्रोल को ट्रैक पर दौड़ रही ट्रेनों को रोकने के लिए कह पाते, उससे पहले तेजस स्टेशन से पास हो गई। पीछे आ रही ट्रेन के लोको पायलट को मेमो देकर कॉशन दिया गया। वरिष्ठ खंड अभियंता संकेत संजय गुप्ता ने घटनाक्रम की जानकारी लेने के साथ तेजस से पहले निकल चुकी ट्रेनों के टाइम शेड्यूल को देखा। कयास लगाए जा रहे हैं कि किसी मालगाड़ी का खुला पल्ला पोल से टकराने से वह गिर गया। डीआरएम संजय त्रिपाठी ने पूरे मामले की जांच शुरू करा दी है। लखनऊ रेल मंडल के अधिकारियों का कहना है कि पूरे घटनाक्रम की पड़ताल करने के बाद ही कुछ कहना सही होगा। स्थानीय तौर पर जांच कर रहे सेक्शन के अधिकारी और इंजीनियर से ज्वाइंट रिपोर्ट मांगी गई है। घटना के साढ़े तीन घंटे बाद लखनऊ से रेलवे के जूनियर इंजीनियर एमएन जायसवाल पहुंचे और सिग्नल व्यवस्था को ठीक करवाया। सुबह साढ़े छह से प्रभावित रेल यातायात दोपहर डेढ़ बजे के बाद सामान्य हो सका।