रोडवेज की सवारियां ढोह रहीं बिना परमिट वाली बसें
अनलॉक-वन के पहले दिन से दौड़ रही रोडवेज बसों को हर दिन लाखों की चपत लग रही है। खासकर दिल्ली रूट पर बस में सवारी ढूंढे नहीं मिल रही। दरअसल निजी बसें रोडवेज की सवारियों को कम किराये में गंतव्य तक पहुंचा रही हैं। जिस कारण से रोडवेज को हर दिन ही आठ लाख के राजस्व का नुकसान हो रहा। एआरएम ने डीएम से प्राइवेट बस संचालकों के मनमाने रवैये की शिकायत की है।
जागरण संवाददाता, उन्नाव : अनलॉक-वन के पहले दिन से दौड़ रही रोडवेज बसों को हर दिन लाखों की चपत लग रही है। खासकर दिल्ली रूट पर बस में सवारी ढूंढ़े नहीं मिल रही। दरअसल निजी बसें रोडवेज की सवारियों को कम किराये में गंतव्य तक पहुंचा रही हैं। जिस कारण से रोडवेज को हर दिन ही आठ लाख के राजस्व का नुकसान हो रहा। एआरएम ने डीएम से प्राइवेट बस संचालकों के मनमाने रवैये की शिकायत की है।
सफीपुर, हरदोई, बांगरमऊ, दिल्ली, मौरावां आदि रूट पर रोडवेज बसों का परिचालन किया जा रहा है। रोजाना 20 से 25 सवारियों को लेकर बस दौड़ रही हैं। 80 से एक लाख रुपये की कमाई बसों से हो रही है। जिससे लगातार घाटा हो रहा है। एआरएम आरके उपाध्याय ने डीएम रवींद्र कुमार से शिकायत करते हुए रोजाना हो रहे नुकसान के बारे में बताया है। इसके अलावा उन्होंने परिवहन निगम मुख्यालय, संभागीय परिवहन अधिकारी से बिना परमिट की दौड़ रहीं प्राइवेट बस को बंद कराने के लिए कहा है। एआरएम ने बताया कि एक जून से बसों का परिचालन शुरू हुआ है। हरदोई पुल से लेकर औरास समेत बांगरमऊ मौरावां, दिल्ली आदि रूट पर निजी बसों का परिचालन हो रहा है।