डेढ़ माह में 28 फीसद ही गेहूं खरीद, लक्ष्य पाना मुश्किल

जागरण संवाददाता उन्नाव कोरोना के कारण इस साल गेहूं की खरीद देर से शुरू हो सकी और

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Jun 2020 05:30 PM (IST) Updated:Tue, 02 Jun 2020 05:30 PM (IST)
डेढ़ माह में 28 फीसद ही गेहूं खरीद, लक्ष्य पाना मुश्किल
डेढ़ माह में 28 फीसद ही गेहूं खरीद, लक्ष्य पाना मुश्किल

जागरण संवाददाता, उन्नाव: कोरोना के कारण इस साल गेहूं की खरीद देर से शुरू हो सकी और 15 अप्रैल से किसानों का गेहूं खरीदा जा सका। हाल यह है कि डेढ माह में 28 फीसद खरीद हो सकी है। वहीं 4187 किसानों का गेहूं अभी तक खरीदा गया है। जिस तरह गेहूं खरीद की रफ्तार है उससे साफ है कि 15 जून तक लक्ष्य पूरा हो पाना बहुत मुश्किल है। जिम्मेदारों को महज 13 दिन मे 72 फीसद लक्ष्य की पूर्ति फिलहाल जिले में नामुमकिन लग रही है।

जिले में 71 क्रय केंद्रों पर गेहूं की खरीद 15 अप्रैल से शुरू हुई थी और 66 हजार मीट्रिक टन का लक्ष्य शासन से निर्धारित किया गया था। लॉकडाउन के कारण किसान जन सुविधा केंद्रों से पंजीकरण नहीं करा सके। जब अप्रैल में खरीद शुरू हुई तो उसके एक सप्ताह बाद क्रय केंद्रों पर पंजीकरण की व्यवस्था कराई गई। ट्रांसपोर्ट और लगातार बारिश की अड़चन का भी किसानों को पंजीकरण के लिए सामना करना पड़ा। इसी का नतीजा है कि अब तक 28 फीसद खरीद हो सकी है।

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गत वर्ष से खरीद कम

पिछले साल 1 जून तक 33020.15 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हुई थी, जबकि इस बार अब तक 18639.48 मिट्रिक टन की खरीद हुई है। इसमें सबसे अधिक पीसीएफ की 10365.10 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हुई है।

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पीसीएफ के पास अधिक लक्ष्य

- गेहूं खरीद के लिए जिले में पीसीएफ के 49 क्रय केंद्र बनाए गए हैं तथा इनका लक्ष्य 27000 मीट्रिक टन है और अब तक 10365.10 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो सकी है।

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खरीद पर नजर

एजेंसी-खरीद

खाद्य विभाग-3573.66 मीट्रिक टन

पीसीएफ-10365.10 मीट्रिक टन

एसएफसी-1072.30 मीट्रिक टन

यूपी एग्रो-1127.30 मीट्रिक टन

यूपीएसएस-450.70 मीट्रिक टन

कर्मचारी कल्याण परिषद---619.90 मीट्रिक टन

नैफेड-604.67 मीट्रिक टन

एफसीआइ-825.75 मीट्रिक टन

कुल-18639.78 मीट्रिक टन

अवशेष लक्ष्य-47360.22 मिट्रिक टन

कुल किसानों का भुगतान-2997.21 लाख

अवशेष भुगतान-590.95 लाख

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- किसानों को क्रय केंद्रों पर हर सुविधा दी जा रही है। मोबाइल से भी जानकारी दी जा रही है। लॉकडाउन में ढील मिली है, तो ऐसे में अब किसान तेजी से गेहूं क्रय पर आ रहे हैं। उम्मीद यह भी है कि गेहूं क्रय की अंतिम तिथि को शासन स्तर पर बढ़ाया जा सकता है।

- राजीव कुलश्रेष्ठ, जिला विपणन अधिकारी

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