घटनास्थल पर खोखा मिला न खून, पर्दे में सच्चाई
संवाद सहयोगी हसनगंज कोतवाली क्षेत्र के भगवंतखेंडा निवासी अधिवक्ता के मुंशी पर हुई फायरिग
संवाद सहयोगी, हसनगंज : कोतवाली क्षेत्र के भगवंतखेंडा निवासी अधिवक्ता के मुंशी पर हुई फायरिग के मामले में पुलिस आरोपितों से पूछताछ करने के साथ हर पहलू पर जांच कर रही है। आरोपित घटना से इन्कार कर रहे हैं, जबकि जख्मी मुंशी तीनों की पहचान कर आरोप लगा रहे हैं। इससे पुलिस गोली कांड की गुत्थी सुलझाने में उलझती जा रही है। पुलिस के अनुसार यदि गोली चली होती तो घटनास्थल पर कारतूस के खोखे पड़े मिलते। साथ ही खून का निशान जमीन पर जरूर मिलता, लेकिन ऐसा कहीं कुछ नहीं मिला है।
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मोबाइल की लोकेशन बताएगी सच
- पुलिस घायल ज्ञान सिंह व तीनों आरोपितों की मोबाइल लोकेशन का मिलान करने में जुटी है। इंस्पेक्टर मुकुल प्रकाश वर्मा ने बताया कि पीड़ित के बयान हो गए हैं। मामले की जांच की जा रही है।
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मुंशी की अस्पताल से दो बार हुई शिफ्टिग
- मुंशी ज्ञान प्रकाश पर दो दिन पहले बदमाशों ने फायरिंग की थी। इस मामले में तीन लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया गया था। बताते हैं कि मुंशी को पहले ट्रामा सेंटर ले जाया गया, जहां से अगले दिए लखनऊ के एक बड़े निजी अस्पताल ले जाया गया। दो-तीन घंटे बाद फिर से ट्रामा सेंटर में भर्ती करा दिया गया है। पुलिस इस तथ्य की भी जांच कर रही है कि आखिर मुंशी के अस्पताल की शिफ्टिग का क्या राज है।