नामांकन में जोश, अब उम्मीदों पर नैया

जागरण टीम उन्नाव गुरुवार को नामांकन का अंतिम दिन शांतिपूर्ण रहा। इस दौरान जोश के साथ

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 11:59 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 12:20 AM (IST)
नामांकन में जोश, अब उम्मीदों पर नैया
नामांकन में जोश, अब उम्मीदों पर नैया

जागरण टीम, उन्नाव: गुरुवार को नामांकन का अंतिम दिन शांतिपूर्ण रहा। इस दौरान जोश के साथ प्रत्याशी पहुंचे। नामांकन होने के बाद अब प्रत्याशी उम्मीदों की नैया पर सवार हो चुके हैं। वहीं कलेक्ट्रेट में नामांकन के पहले दिन मंगलवार को आचार संहिता उल्लंघन की छिटपुट घटनाओं के साथ कोरोना प्रोटोकॉल की अनदेखी की गई थी। उम्मीदवार तय प्रस्तावकों की संख्या से अधिक भीड़ के साथ नामांकन के लिए जाने में प्रयासरत देखे गए थे। इसके अलावा कलेक्ट्रेट के चारों ओर बड़ी संख्या में बेमतलब की भीड़ भी जमा देखी गई थी। गुरुवार को नामांकन के दौरान इन अव्यवस्थाओं से निपटने के लिए स्वॉट को लगाया गया था। जिसके बाद मंगलवार जैसी स्थिति नहीं देखी गई। वहीं ब्लॉक में भी नामांकन व्यवस्था सही रही।

दिव्यांगों में भी रहा नामांकन का जोश

पाटन: ब्लॉक सुमेरपुर के मुख्यालय पर गुरुवार को क्षेत्र पंचायत सदस्य का नामांकन कराने दोनों पैरों से दिव्यांग युवक पहुंचा। ग्राम खिझोली निवासी 30 वर्षीय विनोद कुमार पुत्र नन्हकऊ लोधी जन्म से दोनों पैरों से दिव्यांग है। पंचायत चुनाव लड़ने का उसका भी मन बना। नामांकन कराने के बाद उसने बताया कि मैंने बीडीसी के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया है। मैं पूरे समय अपने गांव के लोगों के साथ रहता हूं। मुझे विश्वास है कि लोग मेरा साथ देंगे।

नाश्ता-पानी नहीं तो बंद कर दिया नामांकन कार्य

गंजमुरादाबाद: ब्लॉक में नामांकन के लिए लगाए गए आरओ सहित किसी भी कर्मचारी को नाश्ता पानी की कोई व्यवस्था नहीं होने से थोड़ी देर काम बंद कर दिया। बाद में व्यवस्था होने पर काम शुरू कर दिया गया।

नवयुवतियों ने कराया नामांकन, रही चर्चा

फतेहपुर चौरासी: गांव खानपुर कुरौली से प्रधानी पद के लिए 23 वर्षीय जिज्ञासु पुत्री गोविद कुमार पांडेय जो कि बीए फाइनल के बाद वकालत की पढ़ाई कर रही हैं। अभी कुछ दिन पूर्व मां का निधन हो गया था। जिसके बाद मां की जगह खुद दावेदारी का जिम्मा अपने सिर ले लिया है। इसके पहले पिता गांव से प्रधान रहे है। माथर के अहमदाबाद निवासी गांव 26 वर्षीय अफसार पुत्री खुदाबक्श बीए फाइनल पूरा करके घर पर ग्रामीण बच्चों को मुफ्त में पढ़ाकर शिक्षा की अलख जगा रही हैं। पंचायत चुनाव में प्रधान पद पर दावेदारी ठोक दी है।

कम रही नामांकन भीड़, फिर भी टूटा कोरोना प्रोटोकॉल

नवाबगंज: पंचायत चुनाव में नामांकन के दूसरे दिन भीड़ कम रही और केवल दो काउंटरों को छोड़कर कहीं भी भीड़ नहीं रही। जिन दो काउंटर पर नामांकन हुआ वहां कोरोना प्रोटोकाल कोई मानने वाला नही था। गुरुवार को केवल प्रधान का पर्चा भरने वाले बूथों पर दो में भीड़ नजर आयी। नामांकन में अधिकतर पंचायत सदस्यों के लिए पर्चे भरे गए। मंगलवार को फार्मों की जांच करने के साथ जमा हो रहे थे। सुबह से ही आरओ और एआरओ ने निर्देश दिये की फार्म जमा कर उनको रसीद दे जांच कल से होगी। इसलिये गुरुवार को भीड़ नही लग सकी। 5 बजे मुख्य द्वार बंद कर दिया गया और जो लोग अंदर थे उनके फार्म जमा किये गये। नानाटिकुर का एक प्रत्याशी अंदर जाने के लिए देर से आया तो चौकी इंचार्ज ने उसको जमकर फटकार लगाई की सुबह से जब फार्म जमा हो रहे थे तो देर से क्यों आए।

एक बजे ही बंद हो गई नामांकन पत्रों की बिक्री

उन्नाव: नामांकन के लिए पंचायत पद के दावेदारों को अंतिम दिन था। हालांकि आयोग के निर्देश पर जिला पंचायत से लेकर ब्लॉक तक इस बाबत नामांकन पर्चे भी बिक्री किए जा रहे थे। चूंकि गुरुवार को अंतिम दिन था और नामांकन शाम पांच बजे तक था। इसलिए अधिकांश जगहों पर नामांकन पर्चों की बिक्री दोपहर एक बजे के बाद ही बंद कर दी गई। नवाबगंज में एक बजे ही बिक्री बंद हो गई।

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