एक अरब से एसटीपी से जोड़े जाएंगे नाले
नमामि गंगे को साकार करने के लिए केन्द्र सरकार ने जिले में 10219.75 लाख रुपए से एक वृहद योजना तैयार की है। योजना हाइब्रिड एम्युनिटी मोड पर काम करेगी। इस काम में जनपद के निकायों के अंतर्गत बह रहे नालों के पानी को एसटीपी से गुजारा जाएगा। यही पानी गंगा में प्रवाहित होगा। केन्द्र सरकार ने पूरे काम की डिजाइनिग रुड़की आइआइटी को दी है। जल निगम की निर्माण इकाई से यह काम कराया जाना है।
जागरण संवाददाता, उन्नाव : नमामि गंगे को साकार करने के लिए केन्द्र सरकार ने जिले में एक अरब रुपये की वृहद योजना तैयार की है। यह योजना हाइब्रिड एम्युनिटी मोड पर काम करेगी। इस काम में जनपद के सभी निकायों के अंतर्गत बह रहे नालों के पानी को एसटीपी से गुजारा जाएगा। यही पानी गंगा में प्रवाहित होगा। केन्द्र सरकार ने पूरे काम की डिजाइनिग रुड़की आइआइटी को दी है। जल निगम की निर्माण इकाई से यह काम कराया जाना है।
ये एसटीपी उन्नाव व शुक्लागंज नगर पालिका परिषद में बनवाए जाएंगे। इसमें उन्नाव का एसटीपी बनाए जाने के लिए काम शुरू हो चुका है। प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड से एनओसी भी मिल गई है। जल निगम के अधिशाषी अभियंता निर्माण खण्ड मनीष चक ने बताया कि उन्नाव के डकारी में दो हेक्टेयर क्षेत्रफल पर एसटीपी के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। यह एसटीपी 15 एमएलडी क्षमता की होगी। शुक्लागंज के अहमद नगर बगिया में दूसरी एसटीपी बनवाई जाएगी, जिसकी क्षमता पांच एमएलडी होगी। एक्सईएन मनीष ने बताया कि उक्त नगर पालिकाओं के मुख्य नालों के स्त्राव को टैप कर एसटीपी के माध्यम से शुद्धीकरण किया जाएगा। एनएमसीजी नई दिल्ली ने पूरे काम के लिए कंपनी का चयन कर लिया है। चयनित फर्म के प्रस्तावित कार्यों की डिजाइन के लिए आइआइटी रुड़की को 25 जून 2019 को प्रोजेक्ट सौंपा गया था। आइआइटी रुड़की ने 13 अगस्त को डिजाइनिग पूरी कर केंद्र सरकार को सौंप दी है।
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उन्नाव की सिटी ड्रेन और शुक्लागंज का इन्द्रानगर नाला जुड़ेगा
उन्नाव की डकारी में निर्माणाधीन एसटीपी से सिटी ड्रेन जोड़ी जाएगी। इसमें शहर के दो प्रमुख नाले गिरते हैं। जिनसे पूरे शहर के छोटे नाले और नालियों का बहाव जुड़ा है। शुक्लागंज में एसटीपी के बनाए जाने के बाद यहां से इन्द्रानगर का नाला जोड़ा जाएगा।
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यह काम कराए जाएंगे
कुल बजट: 10219.75 लाख
- नाला टैपिग कार्य सिटी जल ड्रेन से
- 3.2 किमी सीवर लाइन जो कि 1100 एमएम की होगी।
- मेन सीवेज पंपिग स्टेशन बनवाया जाएगा।
- मुख्य राइजिग जो 750 एमएम और 50 मीटर के बाइपास पर बनवाई जाएगी।
- सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, 15 एमएलडी
- बहाव चैनल 300 मीटर
- बाउंड्रीवॉल और एप्रोच रोड और मुख्य द्वार
- स्टाफ क्वार्टर दो बनाए जाएंगे।