10 बजे पहुंची मतपेटियां, 12 बजे शुरू हुई मतगणना
जागरण संवाददाता उन्नाव जिला प्रशासन ने 16 ब्लाकों में मतगणना केंद्र बनाए थे। अधिकारियों को ि
जागरण संवाददाता, उन्नाव: जिला प्रशासन ने 16 ब्लाकों में मतगणना केंद्र बनाए थे। अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि सुबह आठ बजे से मतपेटियां पहुंचाकर मतपत्रों की छंटनी शुरू की जाए। हालांकि अफसरों के यह आदेश केंद्र के अधिकारियों व कर्मचारियों ने हवा में उड़ा दिया। जिस कारण कई केंद्रों पर 10 बजे के बाद मतपेटियां ही पहुंच सकीं।
इसके बाद मतपत्रों की छंटनी शुरू हुई। सुबह 11 बजे तक किसी भी प्रधान पद का परिणाम जारी नहीं हो सका। दो बजे तक मात्र 38 प्रधान सीटों के ही परिणाम घोषित हुए। पांच बजे तक 219 और 6:30 बजे तक 261 पंचायतों के प्रधान पद का परिणाम जारी किया जा सका। क्षेत्र पंचायत सदस्य (बीडीसी) की स्थिति तो और भी ज्यादा खराब रही। 11 बजे तक शून्य, दो बजे तक छह वहीं शाम पांच बजे तक 35 और 6:30 बजे तक 81 सीटों के ही विजयी प्रत्याशियों के नामों की घोषणा हो सकी। जिला पंचायत सदस्य की शाम तक आठ बजे तक एक भी सीट का परिणाम जारी नहीं किया गया।
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प्रत्याशियों को घंटों करना पड़ा इंतजार
- जिला प्रशासन ने ग्राम प्रधानों के प्रत्याशियों को अलग-अलग समय पर बुलाया था। प्रधान प्रत्याशी में कोई प्रशासन द्वारा दिए गए समय आठ बजे ही केंद्र पर पहुंच गया तो कोई 10, 11 बजे। जबकि, गिनती का आलम यह रहा कि सुबह आठ बजे बुलाए गए प्रधान के पंचायत की गिनती 12 बजे के बाद चालू हो सकी। इस कारण प्रत्याशियों को घंटों पहले गेट के बाहर इंतजार करना पड़ा। बाद में जब उनकी गिनती चालू हुई तो अंदर बुलाकर बैठा लिया गया। इससे कई प्रत्याशी तो सुबह से शाम तक केंद्र पर ही बैठने को मजबूर हुए। इस दौरान प्रत्याशियों के समर्थक व एजेंट भी परेशान रहे।
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कार्मिकों को नहीं मिला समय पर खाना-पानी
- मतगणना में जो भी कार्मिक लगाए गए थे उन्हें न तो समय पर खाना ही मिल पाया और न ही पानी। औरास में तो शाम पांच बजे के बाद कार्मिक को भोजन नसीब हो सका। सिकंदरपुर सरोसी में भी दो बजे तक कार्मिक खाना न मिलने की शिकायत करते सुने गए।