अराजकतत्वों ने तोड़ी आंबेडकर प्रतिमा, पुलिस ने संभाला बवाल

गांव से संचालित समिति द्वारा पांच वर्ष पूर्व कराई गई थी मूर्ति स्थापना तहसीलदार व सीओ ने पहुंचकर तत्काल दूसरी मूर्ति को कराया स्थापित दूसरी मूर्ति की सुरक्षा का आश्वासन मिलने पर गांव के लोग हुए शांत

By JagranEdited By: Publish:Thu, 19 Mar 2020 06:11 PM (IST) Updated:Fri, 20 Mar 2020 06:11 AM (IST)
अराजकतत्वों ने तोड़ी आंबेडकर प्रतिमा, पुलिस ने संभाला बवाल
अराजकतत्वों ने तोड़ी आंबेडकर प्रतिमा, पुलिस ने संभाला बवाल

संवाद सूत्र, फतेहपुर चौरासी : थाना क्षेत्र के शिवपुरी गांव स्थित डाक्टर भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा गुरुवार को कुछ अराजकतत्वों ने क्षतिग्रस्त कर दी। ग्रामीणों ने देखा तो वे आक्रोशित हो गए। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाकर क्षतिग्रस्त प्रतिमा की जगह दूसरी की व्यवस्था कराने और उसकी सुरक्षा का आश्वासन दिया, तब लोग शांत हुए। नई प्रतिमा लगाने के साथ ही क्षतिग्रस्त प्रतिमा को पास में ही मिट्टी में दबा दिया गया। वहीं पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

ग्राम शिवपुरी में राजेपुर शिवपुरी मार्ग पर गांव निवासी अजयपाल ने करीब पांच वर्ष पूर्व आंबेडकर की मूर्ति स्थापित की थी। मूर्ति स्थापना के बाद गांव में एक समिति बनाकर इसकी देखरेख भी की जाती थी। बीती रात अज्ञात लोगों ने मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया। मूर्ति तोड़ने की सूचना पर बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गये और बवाल बढ़ने लगा। सूचना पर फतेहपुर चौरासी थाना के अलावा बांगरमऊ और सफीपुर कोतवाली की भी पुलिस पहुंची और लोगों को शांत कराने का प्रयास किया, लेकिन लोग मानने को राजी नहीं हुए। इस पर सीओ बांगरमऊ गौरव त्रिपाठी ने पहुंच कर लोगों को तत्काल वहां पर दूसरी मूर्ति स्थापित कराने और उसकी सुरक्षा के भी प्रबंध करने का आश्वासन दिया। इस पर लोग शांत हुए। इसके बाद समिति की मांग पर क्षतिग्रस्त मूर्ति को पास में ही गड्ढा खोदकर दबा दिया गया। एसओ हरिकेश राय ने बताया कि अजय पाल की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है। मौके पर तहसीलदार लालधर यादव, बसपा विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष मंगल बौद्ध, ग्राम प्रधान मुकेश सहित काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।

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पूर्व में भी अराजक तत्व कर चुके हैं ऐसी हरकत

- समिति के प्रबंधक अजयपाल ने बताया कि पहले उन्होंने सीमेंट की प्रतिमा स्थापित कराई थी। अराजकतत्वों द्वारा उसे दो बार क्षति पहुंचाई जा चुकी है। जिसके बाद उस प्रतिमा के पास ही चबूतरे पर बीते साल पत्थर की दूसरी प्रतिमा लगाई गई। अराजक तत्वों ने उसे भी क्षति पहुंचाने का प्रयास कर अंगुली तोड़ दी।

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