मां गायत्री की साधना कर तीन बटुकों ने धारण किया यज्ञोपवीत

जागरण संवाददाता उन्नाव मां गायत्री की साधना के साथ वैदिक रीति से से गायत्री मंदिर डीएसएन क

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 04:57 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 04:57 PM (IST)
मां गायत्री की साधना कर तीन बटुकों ने धारण किया यज्ञोपवीत
मां गायत्री की साधना कर तीन बटुकों ने धारण किया यज्ञोपवीत

जागरण संवाददाता, उन्नाव : मां गायत्री की साधना के साथ वैदिक रीति से से गायत्री मंदिर डीएसएन कालेज रोड में सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार समारोह का आयोजन किया गया। तीन बटुकों ने गायत्री मंत्रों के साथ यज्ञोपवीत धारण किया।

मंदिर व्यवस्थापक सिद्धनाथ श्रीवास्तव ने गायत्री माता के दैनिक यज्ञ के पश्चात सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार का आयोजन किया। गायत्री परिवाजक प. चंद्रकिशोर द्विवेदी ने अनुराग शर्मा, अनुज द्विवेदी, अभिलाख बाजपेई को वैदिक रीति रिवाज से यज्ञोपवीत धारण कराते हुए कहा कि यह संस्कार महत्वपूर्ण है। यज्ञोपवीत के धारण करने से ही धार्मिक अनुष्ठान पूर्ण होते हैं। इसको धारण करके द्विज बनना चाहिए।

व्यवस्थापक ने बटुकों संदेश देते हुए कहा कि दुख चाहे व्यक्तिगत हो या सामूहिक उसका कारण एक ही है कुबुद्धि। गायत्री महामंत्र का प्रधान कार्य कुबुद्धि का निवारण है। गायत्री उपासना लोक व परलोक दोनों का सुधार करती है। यह माता आयु-प्राण, प्रजा-पशु , कीर्ति, धन, संपत्ति में वृद्धि करने के साथ ही ब्रह्मलोक का मार्ग प्रशस्त करती है। सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार का संचालन करते हुए गायत्री गायत्री परिवार के लोगों को नशा छोड़ने के अचूक उपायों तथा व्यसन मुक्ति से अपने परिवार समाज राष्ट्र के विकास में कैसे सहायता मिलती है इसकी जानकारी दी।

सुरेश कुमार मिश्रा, अजय कुमार शुक्ला, सुशील जायसवाल, अशोक कुमार दीक्षित एवं महिला मंडल के सदस्य मौजूद रहे।

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