..ताल स्वर्णमाला से सहेजेंगे बारिश की हर बूंद

हर गांव की हो रही जियो टैगिग बटन दबते ही दिखने लगेगा तालाबों का सिजरा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 12:26 AM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 12:26 AM (IST)
..ताल स्वर्णमाला से सहेजेंगे बारिश की हर बूंद
..ताल स्वर्णमाला से सहेजेंगे बारिश की हर बूंद

संजय तिवारी, सुलतानपुर

आसमान में घुमड़ते व गरजते बादलों से विलग होने वाली हर बूंद को सहेजने के लिए ताल स्वर्णमाला तैयार हो रही है। यह अकेले एक जिले में नहीं बल्कि देश के हर जिले में बनाई जा रही है। निर्मित हो रहे तालाबों की जियो टैगिग हो रही है, ताकि दिल्ली में बैठे संबंधित अधिकारी एक क्लिक में तालाबों का पूरा सिजरा देख सकें। वर्षा जल की बूंद जहां भी जिस रूप में गिरे उसे वहीं पर पकड़ लिया जाए और नालियों के माध्यम से तालाबों तक पहुंचाकर संचयन करने के उद्देश्य से स्वर्णमाला तैयार की जा रही है।

अधिकारियों के अनुसार केंद्र एक एप भी विकसित कर रहा है, जिस पर प्राकृतिक जलस्त्रोत, मसलन ताल-तलैया, पोखरा, झील, प्राकृतिक नाले, तालाब, कूप, विलुप्त नदियों व नालों को पुर्नजीवित कर उनसे संबंधित जानकारियां उस पर अपलोड होंगी। जिले में ऐसे 28 तालाब चिह्नित किए गए हैं, जिनके जरिए स्वर्णमाला परिकल्पना को धरातल पर उतारा जा रहा है। इनकी खोदाई शुरू हो गई है, जिसके बाद चारों तरफ भीटा तैयार किया जाएगा, जहां पर वृहद पौधारोपण होगा। गांव की कच्ची नालियों को भी तालाबों से जोड़ा जा रहा है। इन तालाबों के निर्माण पर चार से आठ लाख रुपये तक की धनराशि मनरेगा के जरिए व्यय की जा रही है। डीसी मनरेगा विनय श्रीवास्तव ने बताया कि इसके अतिरिक्त 265 तालाबों के निर्माण का लक्ष्य इस वित्तीय वर्ष में निर्धारित है।

डीडीओ डा. डीआर विश्वकर्मा ने बताया कि कैच द रेन प्रोग्राम के तहत तालाबों की स्वर्णमाला तैयार की जा रही है। यह केंद्र सरकार की योजना है। देश के हर गांव में इस तरह की श्रृंखला तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। इसी क्रम में अपने जिले में भी काम किया जा रहा है।

ये हैं चयनित तालाब :

बल्दीराय के हलियापुर में सुरतानी तारा तालाब, पारा, धनपतगंज के समरथपुर में पिछौरा व कनैहटी में छिमई तालाब, कूरेभार के भटपुरा, दर्जीपुर में मिया तारा तालाब, कुड़वार के गजेहड़ी में सिरा तलिया, भदेहरा में सरजूबाबा स्थान, दूबेपुर के देहली मुबारकपुर में गिरधारीलाल तालाब, दिखौली में गयना, जयसिंहपुर के गणेशपुर कैथौली में ज्वालीपुर छोटकी तलिया, इशहाकपुर में भिटवा, भदैंया के खजुरी में सीताकुंड तालाब, जद्दोपुर में चनावा, लम्भुआ के सखौलीकला व परसीपुर, पीपी कमैचा के अधियारी में बबलूतारा तालाब, फुटेला में गया की बाग, दोस्तपुर के कोहरा में बखरुआ, देवरी तारनपट्टी में माधव तालाब, कादीपुर में विजेथुआ राजापुर के तरवा, कादीपुरखुर्द बावली, मोतिगरपुर के मैधन में गड़हिया तालाब, पहाड़पुर सरायभीखम में बलमी, अखंडनगर के नरवारी में बनरहा व गिधौना में रधवा और करौंदीकला ब्लाक में बांगरकला व नरायनपुर नागनाथपुर में हरिहरा तालाब को स्वर्णमाला के लिए चयनित किया गया है।

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