मौसम में बदलाव से बीमारियों में हो रहा इजाफा

स्वास्थ्य केंद्रों पर आम दिनों की अपेक्षा ओपीडी में 20 फीसद मरीज ज्यादा पहुंच रहे हैं। खासकर बचों व बुजुर्गाें में मौसम में हो रहे बदलाव की वजह से होने वाली समस्या ज्यादा देखी जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 12:32 AM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 12:32 AM (IST)
मौसम में बदलाव से बीमारियों में हो रहा इजाफा
मौसम में बदलाव से बीमारियों में हो रहा इजाफा

सुलतानपुर : मौसम में लगातार हो रहे बदलाव चलते बीमारियों में इजाफा हो गया है। सर्दी व गर्मी के बीच लोग बुखार, नजला, जुकाम, अस्थमा व खांसी के मरीजों की संख्या जिला अस्पताल से लेकर सीएचसी पर बढ़ गई है।

स्वास्थ्य केंद्रों पर आम दिनों की अपेक्षा ओपीडी में 20 फीसद मरीज ज्यादा पहुंच रहे हैं। खासकर बच्चों व बुजुर्गाें में मौसम में हो रहे बदलाव की वजह से होने वाली समस्या ज्यादा देखी जा रही है।

जिला अस्पताल के ओपीडी में मरीजों की संख्या पांच दिन में 938 से 12 सौ के पार पहुंच गई है। सुबह से ही मरीजों की लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं। मंगलवार को ओपीडी के अलावा दवाई वितरण कक्ष, रजिस्ट्रेशन पटल, एक्सरे व पैथोलाजी कक्ष में मरीजों की लंबी लाइन लगी रही। दो बजे तक जिला अस्पताल में साढ़े 12 सौ मरीजों से ज्यादा मरीजों की ओपीडी की गई। ग्रामीणांचल से लेकर शहर तक के निजी डाक्टरों के यहां भी मरीजों की भरमार है। लगातार बुखार आने व कंपकंपी होने से डेंगू व मलेरिया की आशंका बढ़ गई है। इस जानलेवा बीमारी से सशंकित मरीज जल्द से जल्द डाक्टर को दिखाने के लिए लाइन में झगड़ते भी देखे जा रहे हैं। ओपीडी कर रहे डाक्टर बीच-बीच में कुर्सी से उठकर मरीजों को समझाते रहे और अपनी बारी आने तक इंतजार करने को लेकर निवेदन करते रहे।

सीएमएस डा. एससी कौशल ने बताया कि इन दिनों ओपीडी में करीब 30 फीसद से ज्यादा मरीज वायरल बीमारियों से ग्रसित होते हैं। मरीजों की बाकायदा जांच पड़ताल कर उनका इलाज किया जा रहा है।

इनसेट -

सावधानी बरतते हुए करें बचाव

जिला अस्पताल के फिजीशियन डा. डीपी सिंह ने बताया कि मौसम में बदलाव के साथ बीमारियां बढ़ रही है। सावधानी बरत कर इनसे खुद को बचाया जा सकता है। गुनगुने पानी का प्रयोग करें, पूरी बाजू के कपड़े पहनें, घरों के आसपास पानी एकत्र न होने दें, मच्छरों को आसपास के क्षेत्र में न पनपने दें। बुखार, नजला या जुकाम समेत अन्य समस्याएं हैं तो घबराने के बजाय डाक्टर से संपर्क करना चाहिए। एक सप्ताह से अधिक खांसी होने पर डाक्टरों के निर्देश पर एक्सरे व बुखार होने पर ब्लड आदि की जांच करा लेनी चाहिए।

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