नलकूप खराब, सिचाई के लिए परेशान हैं किसान
पिसावां इलाके में दस से अधिक राजकीय नलकूप हैं खराब
सीतापुर : गेहूं बोआई का समय और 10 से अधिक नलकूप खराब पड़े हैं। पलेवा और सिचाई के लिए किसान परेशान हैं। अधिकारियों से लगाई गई गुहार काम नहीं आ रही। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर से भी कोई हेल्प नहीं मिली। वर्षों से खराब पड़े नलकूपों की विभाग भी सुध नहीं ले रहा। खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए बनी नालियां भी ध्वस्त हो रही हैं। नालियों में झाड़ियां उग आई हैं। नालियां ध्वस्त होने से सही नलकूपों से भी पानी खेतों तक नहीं पहुंच पा रहा है। नलकूप महज शोपीस बनकर रह गए हैं।
दिखावा बने हैं ये नलकूप
पिसावां का नलकूप संख्या सात करीब पांच माह से खराब है। राजकीय नलकूप नंबर-20 सेजकला, नलकूप संख्या-48 जगदेवा लंबे समय से खराब है। इसी तरह मुस्ब्बरपुर, जलाल नगर, नुरूद्दीनपुर, गुरूसंडा, अल्लानगर आदि गांवों के राजकीय नलकूप भी दिखावा बने हुए हैं। कई नलकूप वर्षों से खराब है तो कई को खराब हुए पांच माह हो गए हैं।
शिकायत कई, सुनवाई हुई नहीं
पिसावां निवासी किसान जयबीर सिंह का कहना है कि, कई माह से खराब पड़े सात नंबर नलकूप को सही कराने के लिए अधिकारियों से शिकायत की गई है। नलकूप अब तक सही नहीं हुआ। खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए नालियां भी नहीं है। किसान मुनेश्वर सिंह ने कहा कि, नालियों में झाडियां उगी हैं। सफाई भी नहीं कराई गई। वहीं गांव जलालनगर निवासी किसान असफाक व जमाल ने कहा कि, नलकूप सही ना होने से फसलों की सिचाई नहीं हो पाती।
हो रहा प्रयास, जल्द मिलेगा पानी
जेई नलकूप लाल बहादुर ने बताया कि, सात नंबर नलकूप का मोटर खराब है, जल्द ही सही करा दिया जाएगा। जिन स्थानों पर नालियां खराब हैं, उनका स्टीमेट बनवाया जाएगा। वहीं, जिलेदारी का काम देख रहे सर्वजीत सिंह ने बताया कि, नलकूपों की स्थिति का सर्वे कराया जा रहा है। 15 मैकेनिकल व तीन नलकूप ट्रांसफार्मर की खराबी से बंद हैं। नलकूपों को जल्द सही कराया जाएगा।