माह की शुरुआत में ही यातायात नियम तार-तार
वाहन चालक यातायात नियमों का उल्लंघन करते रहे। ड्यूटी पर तैनात जवान भी असहाय दिखे।
सुलतानपुर : दुर्घटना से देर भली के स्लोगन के साथ सोमवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एक कार्यक्रम आयोजित कर यातायात माह की शुरुआत की गई। ट्रैफिक नियमों के पालन के मद्देनजर जागरूकता लाने, सड़क हादसे व जनहानि को बचाने के लिए शुरू किए इस अभियान की पहले ही दिन जमकर धज्जियां उड़ाई गईं। आवागमन को नियंत्रित करने व यातायात नियमों का पालन कराने में तैनात पुलिसकर्मी भी असहाय नजर आए।
सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत डीएम रवीश कुमार गुप्ता ने फीता काटकर की। उन्होंने कहा कि वह वक्त काफी दुखदायी होता है, जब किसी परिवार के सदस्य की सड़क हादसे में जान चली जाती है या फिर वह गंभीर रूप से घायल हो जाता है। यह दुख और सोचनीय तब हो जाता है, जब यह पता चलता है कि यदि यातायात नियमों का पालन किया गया होता तो शायद यह दुर्घटना नहीं होती। एसपी शिवहरि मीणा ने कहा कि दुर्घटना से देर भली का नारा सभी तक पहुंचाया जाना चाहिए। उन्होंने गाड़ी चलाते वक्त सीट बेल्ट और हेलमेट पहनने व ओवर स्पीड से बचने के अलावा वाहन चलाते वक्त मोबाइल फोन पर बात नहीं करने की लोगों से अपील की। उन्होंने कहा कि नशे की हालत में वाहन चलाना भी जोखिम भरा होता है।
इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज, क्षेत्राधिकारी नगर सतीश चंद्र शुक्ल, कोतवाल भूपेंद्र सिंह, यातायात उप निरीक्षक प्रवीण सिंह समेत काफी संख्या में पुलिसकर्मी व वाहन चालक मौजूद रहे।
जाम से जूझता रहा शहर :
सोमवार सुबह दस बजते-बजते प्रमुख सड़कों पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। सब्जी मंडी, अस्पताल रोड, बस अड्डा, डाकखाना चौराहा, शाहगंज चौराहा और चौक में जाम से लोग जूझते रहे। आवागमन को सुचारू करने के लिए चौराहों पर तैनात पुलिसकर्मी व पीआरडी के जवान तमाशबीन बने रहे। बिना हेलमेट के वाहन चालक फर्राटा भरते रहे, जिन्हें कोई टोकने वाला नहीं था। बाइक पर तीन लोग सवार होकर ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाते रहे। बिना रूट के चल रहे ई-रिक्शा चालक भी अन्य दिनों की तरह ही अनियंत्रित देखे गए। सड़क किनारे बेतरतीब खड़ी गाड़ियों की वजह से भी आवागमन बाधित रहा।