..भवन बनकर तैयार, लोकार्पण का इंतजार
सपा शासन में 44 करोड़ की परियोजनाओं को मंजूरी मिली थी।अस्पताल के साथ शैक्षिक संस्थानों का निर्माण हुआ है।
सुलतानपुर : अस्पताल और शैक्षिक संस्थानों का लोकार्पण नहीं हो सका है, जो कि 44 करोड़ों रुपये खर्च कर बनाए गए। बहरहाल, जनप्रतिनिधि से लेकर शासन स्तर तक किसी ने इसकी सुध नहीं ली है, जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा और बेहतर शिक्षा व इलाज के लिए जिला मुख्यालय का चक्कर लगाने को मजबूर हो रहे है।
वर्ष 2014 में जिले को पहला महाविद्यालय मिला। वहीं, 2015 में राजकीय आइटीआइ और 2016 में 100 बेड के अस्पताल की सौगात मिली थी। इसी क्रम में 2016 में राजकीय बालिका छात्रावास का तोहफा भी मिला था। साथ ही बिरसिंहपुर में 100 बेड का अस्पताल 27 करोड़ की लागत से प्रारंभ हुआ। बहरहाल, निर्माण पूरा हुए लगभग दो वर्ष बीत चुके हैं, मगर अभी तक अस्पताल चालू नहीं हो सका है। राजकीय महाविद्यालय कटरा चूघ्घूपुर गांव में लगभग आठ करोड़ की लागत से 116 कमरे तैयार हो गए और विद्यालय से संबंधित उपकरण भी आ गए हैं। लेकिन, शिक्षण कार्य शुरू नहीं हो सका है। वहीं, 2014 में जिले में दूसरा राजकीय आइटीआइ सारंगपुर गांव के पास आठ करोड़ 20 लाख रुपये की लागत से निर्मित हुआ, जो कि अब तक चालू नहीं नहीं हो सका है।
पूर्व विधायक अरुण वर्मा ने बताया कि मौजूदा सरकार बदले की भावना के चलते क्षेत्र के राजकीय महाविद्यालय, राजकीय आइटीआइ, राजकीय छात्रावास व 100 बेड का अस्पताल को संचालित नहीं कर रही है। विधायक सीताराम वर्मा ने बताया कि प्रदेश व केंद्र सरकार विकास कार्यों को महत्व देते हुए कार्य कर रही है, जो भी योजनाएं ठप हालत में हैं, वे शीघ्र ही संचालित होंगी।