सहकारी समितियों की मनमानी, यूरिया के लिए जूझ रहे किसान

कृषि विभाग का दावा लक्ष्य के सापेक्ष है यूरिया की उपलब्धता।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 11:39 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 11:39 PM (IST)
सहकारी समितियों की मनमानी, यूरिया के लिए जूझ रहे किसान
सहकारी समितियों की मनमानी, यूरिया के लिए जूझ रहे किसान

सुलतानपुर : खरीफ की फसल धान के लिए किसानों को यूरिया की दरकार है। वहीं, सरकारी समितियों की मनमानी के चलते किसानों को यूरिया उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। कई केंद्रों पर जहां ताले लटक रहे हैं तो वहीं कुछ समितियों पर निर्धारित मूल्य से ज्यादा दाम किसानों से वसूल किया जा रहा है। कृषि विभाग के अधिकारी का कहना है कि सहकारी गोदामों पर पारदर्शिता और नियमानुसार यूरिया और खाद का वितरण नहीं किए जाने से यह संकट उपजा है।

मई व जून में पर्याप्त वर्षा होने के चलते किसानों ने धान की अगेती खेती की थी। अब इस फसल को पहली बार यूरिया के छिड़काव की जरूरत है। राजकीय खाद बीज भंडारों, सहकारी समितियों और निजी प्रतिष्ठानों पर यूरिया की बिक्री के इंतजाम हैं। किसानों को डिजिटल भुगतान के जरिए प्वाइंट ऑफ सेल मशीन की रसीद के साथ यूरिया व खाद की बिक्री के निर्देश दिए गए हैं। लेकिन, समितियां मनमानी पर आमादा हैं। कूरेभार प्रतिनिधि के अनुसार सहकारी समिति सैदखानपुर, बनरहा में यूरिया की किल्लत है। किसान ऊंची कीमत पर दुकानों से यूरिया खरीदने को विवश हैं। सेमरी बाजार प्रतिनिधि के अनुसार सहकारी समितियां भीखूपुर, डीहधगूपुर, बनरहा, बिरसिंहपुर, अठैसी नार्थ, महमूदपुर सेमरी व कल्यानपुर में यूरिया नहीं होने के कारण इन पर ताला लटक रहा है। किसान समितियों का चक्कर लगाने को विवश हैं। वहीं, भदैंया, कादीपुर, मोतिगरपुर विकास खंड में संचालित समितियों पर पर्याप्त मात्रा में यूरिया की उपलब्धता का दावा किया जा रहा है।

जिला कृषि अधिकारी सदानंद चौधरी ने बताया कि रासायनिक उर्वरक की कोई कमी नहीं है। सहकारी समितियों पर कुल उपलब्ध खाद का 50 फीसद हिस्सा भेजा जाता है। दो दिन के अंदर एक रैक आ रही है। प्रयास किया जा रहा है कि समितियों से आम किसानों को आसानी से यूरिया और खाद मिल सके।

वसूल किए जा रहे ज्यादा दाम :

समितियों पर यूरिया अधिक दाम पर बेचा जा रहा है। किसान राधेश्याम, जगमोहन, सुरेंद्र कुमार व रविद्र सिंह आदि ने बताया कि कोथराकला, पीपी कमैचा, सोनावां, चितावनपुर समितियों पर 25 से 50 रुपये प्रति बोरी ज्यादा कीमत वसूल की जा रही है। चितावनपुर समिति के सचिव शिवम सिंह ने बताया कि 270 रुपये में आधार लिक से किसानों को खाद दी जा रही है। अधिक दाम लेने का आरोप गलत है।

यूरिया व खाद की उपलब्धता :

उर्वरक आवश्यकता उपलब्धता बिक्री अवशेष

यूरिया 43377 32723 15429 17293

डीएपी 10917 10458 3195 7262

एनपीके 4818 1929 274 1665

एमओपी 1953 1531 345 1186

एसएसपी 2948 10409 4628 5781

(नोट - सभी आंकड़े मीट्रिक टन में)

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