विद्यालय पहुंचेंगे नौनिहाल, स्वागत करेंगे शिक्षक

कोविड प्रोटोकाल के तहत संचालित होने वाले इन विद्यालयों में साफ-सफाई व अन्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश प्रधानाध्यापकों को दिए गए हैं। जिले में 344 उच प्राथमिक 270 कंपोजिट व 1450 प्राथमिक विद्यालय चल रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 11:14 PM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 11:14 PM (IST)
विद्यालय पहुंचेंगे नौनिहाल, स्वागत करेंगे शिक्षक
विद्यालय पहुंचेंगे नौनिहाल, स्वागत करेंगे शिक्षक

सुलतानपुर : 11 माह के लंबे अंतराल के बाद सोमवार से पांचवीं तक के विद्यालयों का संचालन शुरू किया जा रहा है। नौनिहालों का स्वागत सत्कार करने और शिक्षा के प्रति उत्साह को लेकर रंगोली, गुब्बारें से विद्यालयों को सजाया गया है।

कोविड प्रोटोकाल के तहत संचालित होने वाले इन विद्यालयों में साफ-सफाई व अन्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश प्रधानाध्यापकों को दिए गए हैं। जिले में 344 उच्च प्राथमिक, 270 कंपोजिट व 1450 प्राथमिक विद्यालय चल रहे हैं। इनमें कक्षा एक से पांच तक 175551 व छह से आठ तक 61449 छात्र पंजीकृत हैं। दस फरवरी से कक्षा छह से आठ तक के छात्रों की पढ़ाई शुरू कर दी गई है। वहीं एक मार्च से कक्षा एक से पांच तक विद्यालय खोलने का निर्देश पहले से ही दिया गया था। छोटे-छोटे समूह बनाकर छात्रों को कोरोना महामारी से जुड़ी बातों को साझा करने की भी बात कही गई है। शारीरिक विकास के लिए खेलों के आयोजन भी किए जाएंगे। साथ ही बच्चों के मनपसंद का भोजन व नास्ता भी दिया जाना निर्धारित किया गया है।

भरपूर होगा उत्साह, बदल नजर आएंगे स्कूल : नौनिहालों का स्वागत पूरे उत्साह के साथ। लंबे समय बाद वह विद्यालय पहुंच रहे। ऐसे में शिक्षा कार्य में भी थोड़ा बदलाव किया गया। साथ ही विद्यालय में मिशन कायाकल्प के तहत संवारे गए कक्ष, टाइल्स, स्वच्छ शौचालय मिलेंगे। वहीं स्वागत के समय बच्चों को गुब्बारे, गुलदस्ते भी दिए जाएंगे। इसके पीछे शासन की मंशा बच्चों में आकर्षक भाव को पैदा करना है। अभिभावकों, एसएमसी के सदस्यों व जन समुदाय की मौजूदगी में शिक्षकों द्वारा गेट पर ही बच्चों के माथे पर टीका लगाकर प्रवेश दिया जाएगा।

कराई गई मुनादी : विद्यालय खुलने की जानकारी सार्वजनिक करने के लिए शनिवार व रविवार को भदैंया के भरसारे, नरायणपुर में शिक्षकों द्वारा मुनादी कराई गई। इंटरनेट मीडिया पर भी विद्यालय खुलने के संदेश दिए गए।

रचनात्मक कार्याें पर रहेगा फोकस :

मिशन प्रेरणा के तहत मानसिक व कौशल विकास कार्यक्रम भी किए जाएंगे। मिट्टी के खिलौने बनाने, पेंटिग, पेपर क्राफ्ट आदि के प्रति बच्चों को जागरूक किया जाएगा। शिक्षा चौपाल लगाकर अध्यापन कार्य को रुचिकर बनाने की बात शासन ने कही है। बीएसए दीवान सिंह ने बताया कि शारीरिक दूरी के तहत पठन-पाठन कराया जाएगा। विद्यालयों में सैनिटाइजर का छिड़काव, पेयजल, शौचालय और साबुन की व्यवस्था की गई है।

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