स्ट्रीट लाइट पोल लगाने में फंसा पेच
सांसद बोलीं डिवाइडर के मध्य लगे खंभा नगर पालिका कह रही रोड के किनारे का डीपीआर स्वीकृत।
सुलतानपुर : फोरलेन में परिवर्तित किए जा रहे शहर के दो प्रमुख मार्ग पर स्ट्रीट लाइट लगाने में पेच फंस गया है। सांसद मेनका गांधी ने नगर पालिका परिषद के अधिशाषी अधिकारी को डिवाइडर के मध्य खंभों को लगाने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद प्रशासनिक व सियासी हलचल बढ़ गई है।
सांसद से सड़क के किनारे स्ट्रीट लाइट खंभे लगाए जाने की शिकायत की गई थी, जिसमें अमहट से गभड़िया तक पालिका ने सड़क किनारे बिजली के खंभों के लगाने व उसके चबूतरा बनाने का कार्य शुरू किया है। उन्होंने ईओ को ऐसा न करने के साथ सड़क के मध्य पोल को स्थापित करने की कार्रवाई के लिए दो दिन पहले निर्देशित किया। कहा कि इससे समय व धन दोनों की बचत होगी। ईओ ने तत्काल पालिकाध्यक्ष बबिता जायसवाल को पत्र इस संदर्भ में लिखा। इसमें कहा गया है कि अमहट चौराहा से आजाद पार्क व आजाद पार्क से पयागीपुर तक स्ट्रीट लाइट व पोल लगाने का कार्य किया जा रहा है। यह काम पं दीनदयाल उपाध्याय आदर्शनगर पंचायत योजना के तहत कराया जा रहा है। लोनिवि की ओर से इन दोनों मार्गों का चौड़ीकरण हो रहा है, जिसके मध्य डिवाइडर अभी बनाया जा रहा है, जबकि लाइट व पोलों का अधिष्ठापन के लिए पालिका का डीपीआर सड़क के किनारे स्वीकृत है।
अब यह बनी स्थिति :
सांसद की इच्छा अनुरूप कार्य हो या फिर पालिका अपने डीपीआर के मुताबिक कार्य कराएं। फिलहाल क्या होगा यह तो समय बताएगा, लेकिन दोनों तरफ से अपने तर्क गढ़े जा रहे हैं। पालिकाध्यक्ष बबिता जायसवाल ने बताया कि आधा मीटर का डिवाइडर प्रस्तावित है, कब बनेगा यह भी तय नहीं। इसमें पोल को स्थापित करना व्यवहारिक व तकनीक दोनों ²ष्टि से सही नहीं है। साथ ही सांसद ने कोई लिखित पत्र नहीं दिया है।
यह है सड़क का प्रस्ताव :
अमहट से गोलाघाट 3.64 किलोमीटर व पयागीपुर से आजाद पार्क 2.75 किमी लंबे मार्ग को 14 मीटर चौड़ा किया जाएगा। प्रांतीय खंड अधिशासी अभियंता डीके अहिरवार ने बताया कि इसके मध्य आधा मीटर का डिवाइडर बनाया जाएगा। इसके बाद नाली होगी फिर उपलब्ध जगह के अनुसार फुटपाथ होगा। इस मद में 28 करोड़ रुपये की धनराशि व्यय की जाएगी।