परियोजना कार्यालय ने मांगी डिमांड और कर दी आपूर्ति

सीडीओ के निर्देश पर अफसरों ने की जांच तो खुलने लगीं भ्रष्टाचार की परतें।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 02 Jun 2021 12:00 AM (IST) Updated:Wed, 02 Jun 2021 12:00 AM (IST)
परियोजना कार्यालय ने मांगी डिमांड और कर दी आपूर्ति
परियोजना कार्यालय ने मांगी डिमांड और कर दी आपूर्ति

सुलतानपुर : केजीबीवी के अफसरों ने घोटाले पर पर्दा डालने की कोशिशें अब नाकाम होने लगी हैं। सीडीओ के निर्देश पर एक साथ सभी विद्यालयों की जांच हुई तो भ्रष्टाचार की परतें खुलने लगी। लगभग सभी वार्डन ने यही बताया कि परियोजना कार्यालय से डिमांड मांगी गई और सारे सामान की आपूर्ति वहीं से की गई, जबकि महकमे के अफसर बताते रहे हैं कि टेंडर न होने से सारी खरीदारी वार्डन व एकाउंटेंट ने की है।

कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के हास्टल बंद होने पर 22 लाख रुपये भोजन मद में और करीब तीस लाख रुपये बिस्तर, स्टेशनरी तथा अन्य सामान की खरीद की गई। इस दौरान छात्राओं की उपस्थिति का विवरण अधिकृत प्रेरणा एप पर शून्य रहा। ऐसे में परियोजना निदेशक ने घोटाले की आशंका जताते हए 18 जिलों के बीएसए से रिपोर्ट मांगी है, जहां करीब नौ करोड़ रुपये के बंदरबांट की आशंका है। जागरण में हास्टल में ताले, फिर भी 22 लाख खर्च कर डाले शीर्षक से खबर छपने के बाद सीडीओ अतुल वत्स ने सभी विद्यालयों की एसडीएम, खंड शिक्षा अधिकारी व बीडीओ से जांच कराई।

फैजाबाद के एडी बेसिक मनोज गिरी ने कूरेभार में जांच की। उनके साथ बीएसए दीवान सिंह, खंड शिक्षा अधिकारी रविन्द्र कुमार वर्मा, बीडीओ जयसिंहपुर इन्द्रवती वर्मा, जिला समन्वयक बालिका डीसी तिवारी भी रहे। एकाउंटेंट नीलम गुप्ता, वार्डन पूजा गुप्ता ने बताया कि सारे सामान जिला कार्यालय से भेजे गए।

कादीपुर में एसडीएम महेंद्र कुमार, बीईओ राजेश कुमार ने जांच की तो छात्राओं के ड्रेस रखे मिले। चावल, चना, दाल, आटा व मैदा सड़ा मिला। लेखाकार अर्चना पांडेय ने बताया कि डिमांड मांगकर विभाग ने आपूर्ति किया है। छात्राएं मार्च से अनुपस्थिति रहीं। धनपतगंज के बीडीओ संदीप सिंह की जांच में वार्डन प्रतिमा सिंह ने बताया कि सारा सामान जिला परियोजना कार्यालय से भेजा गया है। उनके स्तर पर कोई खरीदारी नहीं हुई। चांदा में वार्डन विनीता सिंह ने बताया कि सारा सामान अफसरों ने भेजा है। यहां बीडीओ चांदा आलोक आर्य अभी जांच के लिए नहीं पहुंचे।

लम्भुआ में तहसीलदार हरिश्चंद्र व बीईओ अश्वनी सिंह की जांच में पता चला कि सारा सामान अभी भी विद्यालय में रखा हुआ है। वार्डन पूजा मिश्रा व लेखाकार मधुबाला सिंह भी खरीदारी व उपस्थिति का विवरण नहीं पेश कर सकीं। भदैंया व जयसिंहपुर में जांच की औपचारिकता निभाई गई।

सहायक शिक्षा निदेशक अयोध्या मंडल मनोज गिरी ने बताया कि प्रेरणा पोर्टल पर नौ केजीबीवी में छात्राओं की उपस्थिति अपलोड नहीं मिली है। दूबेपुर, दोस्तपुर व धनपतगंज में छात्राओं की उपस्थिति अपडेट मिली है। सभी पहलुओं पर जांच कर शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी।

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