पीकू वार्ड में भर्ती मरीजों का इलाज करें गे 12 चिकित्सक

कोरोना की तीसरी लहर से निपटने को लेकर स्वास्थ्य विभाग

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 10:26 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 10:26 PM (IST)
पीकू वार्ड में भर्ती मरीजों का इलाज करें गे 12 चिकित्सक
पीकू वार्ड में भर्ती मरीजों का इलाज करें गे 12 चिकित्सक

सुलतानपुर : कोरोना की तीसरी लहर से निपटने को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। इसके लिए जिला अस्पताल से लेकर सीएचसी तक 80 बेड का पीकू वार्ड तैयार किया गया है। इस लहर में बच्चों के संक्रमित होने की आशंका के चलते 12 बालरोग चिकित्सकों को ड्यूटी पर लगाया जाएगा। डाक्टरों की संख्या कम होने के नाते कुछ सीएचसी प्रभारियों को भी बच्चों के प्रारंभिक इलाज के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है।

वैज्ञानिकों की ओर से तीसरा चरण बच्चों के लिए काफी घातक माना जा रहा है। ऐसे में मासूमों को संक्रमण से बचाने के लिए उनकी जांच, उपचार, दवाओं के वितरण आदि आवश्यकताओं को समय से पूरा करने की तैयारी चल रही है। जिला महिला अस्पताल के एमसीएच विग में 40 बेड का पीकू वार्ड बनाया गया है। इसमें 20 बेड को क्रिटिकल केयर व 20 को आक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। कोविड की पहली व दूसरी लहर में एलवन के रूप में तब्दील किए गए कादीपुर, लम्भुआ, मोतिगरपुर व कुड़वार सीएचसी में भी दस-दस बेड का पीकू वार्ड तैयार किया गया है। इसमें दो बेड को क्रिटिकल केयर व आठ आक्सीजन सपोर्ट श्रेणी में होंगे।

सीएमओ डा. डीके त्रिपाठी ने बताया कि बाल रोग विशेषज्ञों की कमी के चलते बच्चों के प्राथमिक इलाज के लिए एलवन सीएचसी प्रभारियों को प्रशिक्षित किया गया है। सीएचसी पर भर्ती बच्चों की स्थिति गंभीर होने पर इमरजेंसी में फोन करने पर बाल रोग विशेषज्ञ उपलब्ध कराए जाएंगे। जिला महिला अस्पताल में आठ डाक्टरों की तैनाती रहेगी, जो आठ-आठ घंटे के शिफ्ट में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे। जिला अस्पताल व कादीपुर सीएचसी पर आक्सीजन प्लांट स्थापित कर दिया गया है। कुड़वार, लम्भुआ व मोतिगरपुर, लम्भुआ में भी प्लांट बनाने का काम शुरू कर दिया गया है।

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