चुनाव प्रचार के अंतिम दौर में प्रत्याशियों ने झोंकी ताकत
चुनाव प्रचार शनिवार की शाम थम गया। अब प्रत्याशियों ने
सुलतानपुर : चुनाव प्रचार शनिवार की शाम थम गया। अब प्रत्याशियों ने घर-घर संपर्क अभियान तेज कर दिया है। वहीं राजनैतिक दलों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी जिला पंचायत सदस्य पद के उम्मीदवारों के समर्थन में ताकत झोंक दी है। इन सबके बीच प्रमुख राजनैतिक दलों की साख भी दांव पर लग गई है। जिला पंचायत सदस्य पद के लिए भाजपा व सपा ने सभी वार्डाें में प्रत्याशियों को समर्थन दिया है। वहीं कांग्रेस से समर्थित 33 वार्डों में लोग चुनाव लड़ रहे हैं। आम आदमी पार्टी भी जिला पंचायत वार्ड में अपनी प्रत्याशियों की जीत के लिए जीतोड़ मेहनत कर रही है।
मिशन-35 को लेकर भाजपा ने पूरी शक्ति लगा दी है। पहले सांसद मेनका गांधी ने ताबड़तोड़ दौरा कर लोगों ने समर्थन मांगा तो वहीं जिलाध्यक्ष डॉ.आरए वर्मा की अगुअवाई में संगठन जुट गया है। जिपं सदस्य पद के समर्थित उम्मीदवारों की जीत तय करने के लिए न केवल बागी उम्मीदवारों पर कार्रवाई की गई, बल्कि पदाधिकारियों को भी बाहर का रास्ता दिखाया गया। वहीं कांग्रेस ने भी विधान सभा के संभावित दावेदारों की पंचायत चुनाव में गतिविधि को लेकर रिपोर्ट मांगी है। साथ ही कार्यकर्ताओं पर भी शिकंजा कसा है। आम आदमी पार्टी अपनी सख्ती का एहसास कराने के लिए दिल्ली विधान सभा के विधायकों को टिकाने के साथ-साथ पार्टी सांसद संजय सिंह को भी मतदाताओं के बीच में जाने के लिए भेजा है। उन्होंने भी अपने गृह जिले में कार्यकर्ताओं के साथ वार्डों में संपर्क के दौरान न केवल सरकार को घेरा, बल्कि अपनी पार्टी की भी खूबियां गिना लोगों को आकर्षित करने की कोशिश की। सपा व बसपा भी चुपचाप अपने मतदाताओं के बीच घुसपैठ बनाकर वोट खींचने के जुगत में लगी हुई है। इन सबके बीच कहीं-कहीं गैर समर्थित उम्मीदवार भी लोगों पर भारी पड़ रहे हैं। इससे कई वार्डों में समर्थित प्रत्याशियों को क्षति पहुंचने की संभावना नजर आ रही है।