नियंत्रण में आए कोरोना संक्रमण पर कहीं भारी न पड़ जाए लापरवाही
शारीरिक दूरी का अनुपालन व मास्क लगाना भूल रहे लोग।
सुलतानपुर : एहतियात के चलते कोरोना संक्रमण के नियंत्रण में मिली कामयाबी पर लापरवाही भारी पड़ रही है। लोग इस कदर बेफिक्र हो गए हैं कि मास्क व शारीरिक दूरी का अनुपालन ही भूल गए हैं। बाजारों में बेतहाशा भीड़ कोरोना वायरस को वापसी के लिए विवश कर रहा है। कोविड गाइड लाइन का अनुपालन कराने वाले जिम्मेदार भी नदारद हो गए हैं।
अप्रैल व मई की अपेक्षाकृत जांच के अनुरूप काफी कम संख्या में कोरोना पाजिटिव मरीज सामने आ रहे हैं। पहले जहां ढाई से हजार लोगों के कोविड टेस्ट में सौ से भी अधिक केस सामने आते थे, वहीं अब यह संख्या दो से तीन मरीजों तक पहुंच गई है। निचले स्तर पर पहुंचे कोरोना संक्रमण को पूरी तरह से खत्म करने के लिए शासन की तरफ से दावे किए जा रहे हैं। बाजारों की बंदी में छूट देने साथ ही कोविड गाइड लाइन का अनुपालन शासन की एडवाइजरी में शामिल है। बावजूद इसके हर तरफ सिर्फ लापरवाही ही दिख रही है।
सीएमओ डॉ. डीके त्रिपाठी ने बताया कि कोरोना संक्रमण कम हुआ है, मगर अभी खत्म नहीं हुआ है। इसलिए शारीरिक दूरी बरतने व मास्क लगाकर चलने में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं करनी चाहिए।
ग्राहक ही नहीं दुकानदार भी बेफिक्र :
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को लेकर तमाम तैयारियां की जा रही है। पीआइसीयू वार्ड बनाए जाने से लेकर छोटे-बड़े सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन की प्रचुरता के भी प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं आम लोग इसे लेकर फिक्रमंद नहीं दिख रहे हैं। बिना मास्क ग्राहक सामानों की खरीदारी कर रहे हैं तो दुकानदार भी संक्रमण को दरकिनार कर बिना मास्क लगाकर आने वाले ग्राहकों की आवभगत कर कमाई करने से नहीं चूक रहे हैं।
शारीरिक दूरी के लिए बनी बैरिकेडिग भी गायब :
कोरोना के चलते शहरी व ग्रामीणांचल के दुकानदारों द्वारा बेंच रखकर व रस्सी आदि बांधकर बनाई गई बैरिकेडिग गायब हो गई है। कोरोना को लेकर जागरूक करने वाले भी गुम हो गए हैं। लोग एक दूसरे से गले मिलने के साथ ही हाथ मिलाने से भी नहीं हिचक रहे हैं। खानपान की दुकानों पर भी गाइड लाइन की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है।