जाति विशेष को राजनीति का केंद्र बनाने से क्षेत्रीय दलों का चरित्र उजागर : मेनका गांधी

तीन दिवसीय दौरे पर पहुंची सांसद मेनका गांधी ने रविवार

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 10:40 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 10:40 PM (IST)
जाति विशेष को राजनीति का केंद्र बनाने से क्षेत्रीय दलों का चरित्र उजागर : मेनका गांधी
जाति विशेष को राजनीति का केंद्र बनाने से क्षेत्रीय दलों का चरित्र उजागर : मेनका गांधी

सुलतानपुर : तीन दिवसीय दौरे पर पहुंची सांसद मेनका गांधी ने रविवार को विपक्षी दलों को आड़े हाथों लिया। उन्होंने क्षेत्रीय दलों पर निशाना साधा, कहा कि जाति विशेष को राजनीति का केंद्र बनाने से उनका चाल व चरित्र उजागर हो रहा है। जनता इसे समझती है। उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री के आह्वान पर आजादी के 75 वें साल पर 75 गांवों का दौरा करेंगी। इस दौरान वह ग्रामीणों की समस्याओं का निराकरण कराएंगी और योजनाओं का धरातल पर परीक्षण करेंगी। सांसद ने कहा कि इससे पहले वह पांच सौ गांवों का दौरा कर चुकी हैं, लेकिन प्रधानमंत्री की अपील महत्वपूर्ण है। वह इसे गंभीरता से लेंगी।

सांसद का काफिला जिले की सीमा अलीगंज के असरोगा टोल प्लाजा के पास पहुंचने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। पत्रकारों से वार्ता में उन्होंने ओलंपिक खेल में भारोत्तोलन में सिल्वर मेडल पाने वाली मीराबाई चानू को शुभकामना दी और उनकी तारीफ की। कहा कि इससे देश का नाम दुनिया में रोशन हुआ। उन्होंने ओलंपिक में भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों को बधाई दी। सांसद ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विकास के लिए सभी सांसदों को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। आने वाले वक्त में इसका प्रभाव दिखने लगेगा।

शास्त्रीनगर आवास पर पहुंचकर उन्होंने भाजपा पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। जनता की समस्याओं को सुना। लोगों का प्रार्थनापत्र लेकर अधिकारियों से मोबाइल के जरिए उनका निराकरण कराया। इस दौरान काशी क्षेत्र उपाध्यक्ष संतबख्श सिंह चुन्नू, सांसद प्रतिनिधि रंजीत कुमार, जिला महामंत्री विजय त्रिपाठी, शशिकांत पांडेय, संदीप सिंह, विजय सिंह रघुवंशी, बृजेश वर्मा, प्रदीप यादव, संतोष दूबे, इंद्रदेव मिश्रा, अशोक सिंह आदि मौजूद रहे। धोपाप नाम से अगरबत्ती निर्माण की होगी पहल

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने रविवार को कहा कि तीन दिवसीय दौरे में वह चौदह विकास खंडों में नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों के सम्मेलन में वह हिस्सा लेने के लिए आई हैं। इस दौरान एक और महत्वपूर्ण कार्य करने की कोशिश करेंगी। उनकी इच्छा है कि धोपाप नाम से जिले में अगरबत्ती का उत्पादन हो और इसका निर्माण महिलाएं करें। उन्हें रोजगार भी मिलेगा और जिले का नाम भी रोशन होगा।

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