हॉटस्पाट जोन बने, फिर भी लापरवाही लोग करते रहे लोग
दुकानें बंद और बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। वहीं सुरक्षा व्यवस्था में लगे जवान लोगों को समझाते नजर आए।
सुलतानपुर : कोरोना वायरस की चेन तोड़ने के लिए बंद किए गए शहर के अधिकांश हिस्सों में सख्ती का मिला-जुला असर दिखाई दिया। बंदी का व्यापक प्रचार-प्रसार न होने से लोग शहर की तरफ रुख किए, जहां आने के बाद उन्हें वापस होने के लिए मजबूर होना पड़ा। कई जगहों पर बैरिकेडिग किए जाने के बाद भी लोग वाहनों के साथ गुजरते रहे। संक्रमण व हॉटस्पाट जोन होने की बात कहकर तैनात जवान उन्हें समझा बुझाकर वापस करते रहे।
जिले के नौ जगहों को हाटस्पॉट घोषित किए जाने के बाद कोतवाली व इस क्षेत्र की चौकियों पर तैनात जवान ड्यूटी पर लगाए गए थे। पीआरडी व होमगार्ड के जवानों की तैनाती की गई थी। वहीं चौक, बस स्टेशन, मुख्य डाकघर के आसपास की दुकानें पूरी तरह से बंद रही। सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। सुरक्षा प्रभारी बनाए गए सीओ सतीश चंद्र शुक्ल ने कई बार सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। वहीं यातायात प्रभारी प्रवीण सिंह को वाहन चालकों पर नजर रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
रूट डायवर्जन से बनी रही जाम की स्थिति : अयोध्या-प्रयागराज मार्ग से गोलाघाट होते हुए शहर में प्रवेश करने पर वाहनों दीवानी चौराहे से डायवर्ट कर दिया गया है। दीवानी रोड के दोनों किनारों पर वाहनों के खड़े होने से जाम की स्थिति पूरे दिन बनी रही।
वाहनों के लिए परेशान रहे यात्री : रोडवेज बसों और ट्रेन से आने जाने वाले लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। दरअसल, शहर के अंदर वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित होने से स्टेशन व बस स्टैंड तक पहुंचने के लिए परेशानी उठानी पड़ी। सब्जी मंडी, अस्पताल गेट के आसपास बेतरतीब तरीके से फल व सब्जी बेचने वालों को भी नियंत्रित होकर कारोबार करने की हिदायत दी गई। पुलिस की गश्ती में कंटेनमेंट जोन में ठेला लगाने वालों को भी फटकार लगाई गई। सीओ ने कहा कि गोलाघाट, गभड़िया, आवास विकास कॉलोनी व पयागीपुर के अस्थाई टैंपो स्टैंड से ही सवारियों को ले जाने व ले आने की अनुमति दी गई है। उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।