बेहतर योजनाओं से बढ़ रहा डाकघर के प्रति रुझान
दो साल में दोगुना हो गई उपभोक्ताओं की संख्या।
सुलतानपुर : बेहतर बचत योजनाओं और निवेश की पुख्ता सुरक्षा आमजनों का रुझान फिर से डाकघर की ओर बढ़ा रहा है। बीते दो साल में डाकघर से संचालित योजनाओं के ग्राहकों की संख्या में दोगुना वृद्धि हुई है। इसी का परिणाम है कि इस समय डाकघर की बचत योजना में बीती 30 जून तक 648955 ग्राहक जुड़े हैं। सुकन्या समृद्धि के 50 हजार खाते खेले गए हैं। वहीं, इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक के एक लाख से अधिक खाते खोले गए हैं।
सहायक डाक अधीक्षक राजेश कुमार शर्मा ने बताया कि समय की मांग के अनुरूप डाकघर को जन उपयोगी योजनाओं से जोड़ा गया है। इसके सुखद परिणाम मिल रहे हैं। बड़ी संख्या में लोग डाकघर से जुड़ रहे हैं। इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक की सेवाएं इसमें मील का पत्थर साबित हो रही हैं।
अधिक ब्याज दर बनी आकर्षण :
कम आय के मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए डाकघर की बचत योजना खास लोकप्रिय हुई हैं। बेटियों के सुनिश्चित भविष्य के लिए शुरू की गई सुकन्या योजना का शिविर लगा प्रचार किया गया। 8.3 प्रतिशत ब्याज दर वाली इस योजना के लिए दस साल से कम आयु की बेटियों के अभिभावकों ने खासी रुचि दिखाई है।
पीएफ पर तिहरा लाभ :
सार्वजनिक भविष्य निधि (पीएफ) पर नई ब्याज दर 7.8 फीसद है। पीएफ में निवेश की राशि ब्याज और उसके परिपक्वता पर कोई कर न लगने से इस दीर्घकालिक बचत योजना में लोग निवेश कर रहे हैं। किसान विकास पत्र पर 7.5 प्रतिशत ब्याज दर है। डाकघर में 100 रुपये से पीएफ खाता खोला जा सकता है। वहीं, बैंकों में यह खाता 500 रुपये में खुलता है।
एफडी भी है फायदेमंद :
डाकघर में एफडी पर मिलने वाले ब्याज में कमी की गई है। यह दर अब 7.6 है बावजूद इसके पांच साल की सावधि जमा योजना पर देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई से यह दर दो प्रतिशत अधिक है। ऐसे में जिले के अधिकतर ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर सावधि जमा योजनाओं में निवेश किया जा रहा।
अल्प बचत के लिए आरडी है वरदान :
प्रतिमाह निश्चित छोटी धनराशि बचाने वालों के लिए रिकरिग डिपाजिट योजना बेहतर है। इस पर 7.1 फीसद ब्याज दर है। बैंकों में यह दर 6.25 फीसद है। डाकघर में सिर्फ दस रुपये में यह खाता खोला जा सकता है। इसे एक डाकघर से दूसरे डाकघर में बेहद आसानी हस्तांतरित किया जा सकता है।