पखवारे भर आसमान से बरसी आग

???? 20 ?????? -2021 ? 22 15 ????? ??? ????? ?? ??? 40 ?????? ?? ???? ??? ???? ?????????? ????????? ???? ?? ?????? ?? ????? ?? ?? ??? ??? ??? ???? ?? ??? ???? ?? ??? ?????? ???? ???? ????? ???? ????? ??? ??? ?? ????? ????? ??? ? ?????? ???? ?? ???? ??? ????? ?? ?? ??? ???? ?? ????? ?? ?? ???? ???? ?? ??? ?? ?? ?? ?? ?????? ??? ????? 14 ? 15 ?? ?? ???? 40 ?? ????? ?? ?????? ???? 39 ?????? ???????? ???? 9 ?? ?? ???? ? ????? ?? ??????? ?? ???? ????? ?? ??? ?????? 44 ?????? ????? ???? ???? ???? ?????? ???? ???? 2014 ??? 14 ?? ?? ???? ???? ??? ??? ???? ?? ?? ????? ?????? ?? ??? ????

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 May 2019 10:29 PM (IST) Updated:Tue, 21 May 2019 06:27 AM (IST)
पखवारे भर आसमान से बरसी आग
पखवारे भर आसमान से बरसी आग

सुलतानपुर: बीते एक पखवारे से आसमान से आग बरस रही है। सूरज की तेज तपिश से पशु, पंक्षी सहित आमजन बेहाल हैं। हालात ऐसे हैं कि निरीह जंगली जीव व पंक्षी पानी की तलाश में आबादी की ओर रुख करने को मजबूर हो गए हैं। तपिश का आलम यह है कि इस पखवारे में सिर्फ 14 व 15 मई को पारा 40 से मात्र एक डिग्री नीचे 39 डिग्री सेल्सियस रहा। 9 मई को तपिश व गर्मी ने रिकार्ड ही तोड़ दिया। इस दिन तापमान 44 डिग्री पहुंच गया। इतना अधिक तापमान इसके पहले 2014 में 14 मई को दर्ज किया गया था।

मौसम का यह मिजाज आमजनों पर कहर बरपा रहा है। शहरी जीवन के साथ गांवों में भी जनजीवन मौसम की इस बेरुखी से त्रस्त है। तालाब पोखरे सूख गए हैं। पशु-पक्षियों को पानी की तलाश में भटकना पड़ रहा है। फसलों की कटाई से खली हुए सिवान और मीलों लंबी वीरानी के बीच इन जीवों के लिए भोजन व छांव की तलाश चुनौती बनी है।

40 से 42 के बीच घूमता रहा पारा

बीते छह से 20 मई तक पारा 40 से 42 डिग्री के बीच घूमता रहा। छह को 41.5, सात को 42.5, आठ को 43.5 तथा नौ को रिकॉर्ड तोड़ते हुए अधिकतम तापमान 44 डिग्री पर पहुंच गया। 10 व 11 को 41, 42 तथा 12,13 को 41, 40 पर पारा रहा। देश के पूर्वोत्तर भाग में चक्रवात के चलते 14 और 15 मई को यहां भी हल्की राहत देने वाली रही और इन दोनों दिनों में अधिकतम तापमान मात्र 1 डिग्री कम 39 पर रहा। 16 से अब तक 42 से 41 के बीच तापमान है। सोमवार को अधिकतम 41 और न्यूनतम 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

chat bot
आपका साथी