15 प्रवासी होम क्वारंटाइन, हुई आरटीपीसीआर जांच

सुलतानपुर कोरोना संक्रमण के नए वैरिएंट ओमिक्रोन की वजह से विदेशों से अपने घर पहुंचे वि

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 12:32 AM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 12:32 AM (IST)
15 प्रवासी होम क्वारंटाइन, हुई आरटीपीसीआर जांच
15 प्रवासी होम क्वारंटाइन, हुई आरटीपीसीआर जांच

सुलतानपुर : कोरोना संक्रमण के नए वैरिएंट ओमिक्रोन की वजह से विदेशों से अपने घर पहुंचे विकास खंड दूबेपुर के 15 प्रवासियों को ट्रैस कर उन्हें होम क्वारंटाइन कर दिया गया है। संक्रमण का पता लगाने के लिए सभी की आरटीपीसीआर जांच कराई। वहीं सैंपल को जांच रिपोर्ट के लिए बलरामपुर अस्पताल लखनऊ भेज दिया गया है। इन प्रवासियों की ट्रैवल हिस्ट्री का अध्ययन कर इनके संपर्क में आने वाले लोगों की भी टेस्टिग कराई जा रही है।

एयरपोर्ट अथारिटी से मिली सूची के आधार पर पाया गया कि रोजगार के सिलसिले में सऊदी अरब, कुवैत समेत अन्य खाड़ी देशों में गए विकास खंड के विभिन्न गांवों के कुल 16 प्रवासी नवंबर माह में जिले में पहुंचे हैं। इसमें लौहर दक्षिण, हसनपुर व बंधुआ कलां से तीन-तीन, अफलेपुर, पलिया, बहादुरपुर, भाईं, खैंचिलाखुर्द, फिरोजपुर, सोनबरसा से एक-एक लोग शामिल हैं। सीएचसी प्रभारी डा. एपी त्रिपाठी ने बताया कि सूची के आधार पर आए प्रवासियों की जांच कर उन्हें होम क्वारंटाइन किए जाने की प्रक्रियाओं का पालन किया जा रहा है। स्वास्थ्य टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर सभी प्रवासियों की आरटीपीसीआर जांच कराई गई। हालांकि किसी में कोविड का संक्रमण नहीं पाया गया। बावजूद इसके एहतियातन प्रवासियों को एक सप्ताह के लिए होम क्वारंटाइन कर दिया गया। एकांत अवधि पूरा करने के बाद सभी की दोबारा सैंपलिंग कराई जाएगी। निगेटिव आने के बाद ही प्रवासियों को बाहर जाने की इजाजत दी जाएगी। आशा बहू, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के अलावा निगरानी समितियों द्वारा भी इन प्रवासियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।

यह दिखे लक्षण तो न करें लापरवाही : सीएमओ डा. डीके त्रिपाठी ने बताया कि कोविड 19 व ओमिक्रोन के लक्षण में पाए जाने वाली भिन्नता को नजर अंदाज नहीं करना चाहिए। जुकाम, बुखार, खांसी, सर्दी व फेफड़े में संक्रमण होना कोविड का लक्षण है। थकान, भूख न लगना, सांस में दिक्कत व निमोनिया ओमिक्रोन के लक्षणों में शामिल हैं। हालांकि कोविड गाइड लाइन का अनुपालन कर दोनों संक्रमणों से बचा जा सकता है।

chat bot
आपका साथी