युवती को जिंदा जलाने के मामले में दो गिरफ्तार
एसपी से मिलकर मृतका की मां ने थानेदार पर गंभीर आरोप लगाए है। साथ ही थानाध्यक्ष व एक सिपाही को निलंबित करने की गुहार लगाई।
सुलतानपुर : बल्दीराय थानाक्षेत्र के टडरसा एंजर गांव में जिदा जलाकर युवती श्रद्धा सिंह की हत्या मामले में गांव के कुछ लोगों के साथ पीड़ित परिवारजन ने एसपी से मुलाकात कर निष्पक्ष जांच की मांग रखी। आरोपितों की मदद करने व लापरवाही बतरने को लेकर थानाध्यक्ष अखिलेश सिंह व सिपाही कमलेश पटेल को निलंबित करने की भी मांग की गई। वहीं हत्याकांड में शामिल चार में से दो आरोपितों सुभाष सिंह व जयकरन चौहान को गिरफ्तार कर लिया गया है।
जमीनी विवाद में 21 सितंबर की सुबह घर में अकेली श्रद्धा सिंह को केरोसिन डालकर जला दिया गया था, जिसकी इलाज के दौरान लखनऊ ट्रमा सेंटर में मौत हो गई थी। मृतका की मां अर्चना देवी की तहरीर पर जगबरन यादव, सुभाष सिंह, जयकरन व महंथ के खिलाफ हत्या समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया था। फरार आरोपितों की गिरफ्तारी व पुलिस के खिलाफ कार्रवाई को लेकर एसपी को दिए गए पत्र में मृतका की मां अर्चना देवी ने कहा कि उनके खाते की जमीन को शवदाह बताकर कब्जा करने की कोशिश की जा रही है। 12 मई को आरोपितों के परिवार की रहने वाली भक्तिन नामक महिला का शव थानाध्यक्ष अखिलेश सिंह द्वारा उनकी जमीन में जबरन दफनवाया गया था। दो जून को जब उनके पति जमीन की जोताई कर रहे थे तो विपक्षियों ने उन पर हमला बोल दिया। मारपीट व पत्थरबाजी में एक व्यक्ति की मौत भी हो गई थी। हत्या का मुकदमा दर्जकर थानाध्यक्ष ने उनके पति प्रदीप सिंह को जेल भेज दिया, लेकिन उनकी तरफ से मुकदमा नहीं दर्ज किया गया। डीआइजी से मुलाकात के बाद 10 जून को सुभाष सिंह चौहान, जयकरन व महंथ के खिलाफ मुकदमा तो पंजीकृत कर लिया गया, लेकिन कोई गिरफ्तारी नहीं की गई। एसपी ने आरोपितों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।