दिनभर छायी रही कोहरे की चादर, ठिठुरन भी बढ़ी

सर्द हवाओं ने गलन का एहसास कराया। पूरे दिन सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए। अलाव बना ठंड से बचाव का सहारा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 10:53 PM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 10:53 PM (IST)
दिनभर छायी रही कोहरे की चादर, ठिठुरन भी बढ़ी
दिनभर छायी रही कोहरे की चादर, ठिठुरन भी बढ़ी

सुलतानपुर : दो दिनों तक खिली धूप ने लोगों को ठंड से थोड़ी राहत पहुंचाई थी। वहीं, शुक्रवार को शीतलहर ने सर्दी में इजाफा कर दिया। दिनभर कोहरे की घनी चादर तनी रही और लोग ठंड से ठिठुरते रहे। पूरे दिन सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए। ठंड का सितम इस कदर रहा कि आम जनजीवन उससे प्रभावित दिखा।

तड़के से ही घना कोहरा छाया रहा। आलम यह रहा कि शीतलहर से सड़कें व पेड़-पौधे भी भीगे दिखाई पड़े। सड़कों पर वाहन लाइट जलाकर रेंगते नजर आए। दोपहर बाद कोहरा छटा तो लोगों को मौसम के साफ होने की उम्मीद थी। लेकिन, हवाएं चलने से वह भी ध्वस्त हो गई। शाम ढलने ही कोहरा फिर छाने लगा।

आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या के मौसम विभाग विज्ञानी डॉ. अमरनाथ ने बताया कि जिले का अधिकतम तापमान 18 डिग्री और न्यूनतम सात डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आ‌र्द्रता अधिकतम 91 व न्यूनतम 73 प्रतिशत दर्ज की गई। पूर्वानुमान में बताया कि आगामी एक सप्ताह तक ठंड में इजाफा रहेगा। कोहरा और गलन से भी निजात नहीं मिलेगी।

फसलों के लिए फिर संकट :

रबी की गेहूं फसल को छोड़कर शेष सभी दलहनी और तिलहनी फसलों के लिए लगातार कोहरा और धूप नहीं होने की स्थिति संकट बन सकती है। कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी विज्ञानी डॉ. एसके वर्मा ने बताया कि आलू की फसल के साथ फल और फलियां लग रही मटर और सरसों के लिए धूप की बेहद जरूरत है। लगातार एक सप्ताह से ज्यादा समय तक यदि मौसम ऐसा ही बना रहा तो इन फसलों को बचाने के लिए नियमित अंतराल पर सिचाई की जरूरत होगी।

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