फिर स्थापित होगा फ्लू कार्नर, इलाज के साथ होगी संदिग्धों की पहचान
कोरोना संक्रमण को देखते हुए संक्रमितों की पहचान के
सुलतानपुर: कोरोना संक्रमण को देखते हुए संक्रमितों की पहचान के साथ ही उपचार किए जाने के उद्देश्य से जिला अस्पताल में फ्लू कार्नर स्थापित किए जाएंगे। इसके तहत सर्दी, जुकाम, बुखार व सिर दर्द के मरीजों का इलाज किया जाएगा। थर्मल स्क्रीनिग में संदिग्ध पाए जाने पर मरीजों का सैंपल भी लिया जाएगा।
जिला अस्पताल में डॉक्टर, लैब टेक्नीशियन, वार्ड ब्वॉय समेत अन्य कर्मियों में आए दिन कोरोना का संक्रमण मिल रहा है, जिसके चलते तीन दिनों के लिए ओपीडी सेवाएं बंद कर इमरजेंसी के तहत गंभीर मरीजों के इलाज के निर्देश दिए गए हैं। 20 अप्रैल से ओपीडी शुरू होने पर भी शर्ताें के साथ कोविड गाइड लाइन का अनुपालन करते हुए मात्र 250 गंभीर मरीजों का ही इलाज किया जाएगा। मौसम बदलने के साथ ही सर्दी, जुकाम, बुखार व सिर दर्द के मरीजों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हुआ है। कोविड के भी शुरुआती लक्षण यही हैं, इसलिए फ्लू कार्नर की जरूरत महसूस की जा रही है। पिछले साल भी लाकडाउन के समय ओपीडी सेवाओं को बंद कर फ्लू कार्नर के जरिए मरीजों का इलाज किया जा रहा था। सीएमएस डॉ. सुरेश चंद्र कौशल ने बताया कि इस व्यवस्था के तहत एंटीजन जांच कर मरीजों को इलाज किया जाता है। इससे संदिग्धों की तलाश भी आसानी से हो जाती है।
बंद रही ओपीडी, इमरजेंसी में हुआ इलाज
जिला अस्पताल में संक्रमण के चलते ओपीडी भले ही बंद रही हो, लेकिन इमरजेंसी में मरीजों को इलाज मिला। सुबह साधारण मरीजों की भीड़ रही। कोविड प्रोटोकाल के तहत चिकित्सकों ने समुचित इलाज किया। फिलहाल दोपहर बाद इमरजेंसी में मरीजों की संख्या भी कम हो गई।
नहीं खुला कोविड जांच केंद्र
बीते दिनों यहां पर नमूना संकलित कर रहे कर्मी की जांच रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव आने के बाद इसे बंद कर दिया गया था। शानिवार को भी दिन भर इसमें ताला लटकता रहा, जिसके चलते आरटीपीसीआर जांच यहां नहीं हो सकी।