कृषि रक्षा इकाई पर किसान हो रहे ठगी का शिकार

केंद्र पर बिक्री के लिए आने वाले बीज पर 50 प्रतिशत छूट निर्धारित की गई है जिसको प्राप्त करने के लिए किसानों को आधार कार्ड और बैंक खाते की छाया प्रति देनी होती है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 10 Nov 2020 11:14 PM (IST) Updated:Tue, 10 Nov 2020 11:14 PM (IST)
कृषि रक्षा इकाई पर किसान हो रहे ठगी का शिकार
कृषि रक्षा इकाई पर किसान हो रहे ठगी का शिकार

सुलतानपुर : कृषि रक्षा इकाई पर किसानों के साथ ठगी की जा रही है। सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य से अधिक रुपये वसूल किया जा रहा है। किसानों के विरोध जताने पर केंद्र प्रभारी द्वारा अपने प्रभाव और अपनी पहुंच की धमकी दी जाती है।

केंद्र पर बिक्री के लिए आने वाले बीज पर 50 प्रतिशत छूट निर्धारित की गई है, जिसको प्राप्त करने के लिए किसानों को आधार कार्ड और बैंक खाते की छाया प्रति देनी होती है। वर्तमान समय में केंद्र प्रभारी द्वारा गेहूं, सरसों, चना, मंसूर मटर का बीज किसानों में वितरित किया जा रहा है। इसमें उनके द्वारा निर्धारित मूल्य से अधिक रुपये वसूल किए जा रहे हैं। किसानों को सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य की जानकारी न हो इसलिए उन्हें कोई रसीद उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। सब्सिडी का धन प्राप्त करने के लिए किसान यदि केंद्र प्रभारी से जानकारी चाहते हैं, तो उनके साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है। किसान राजेंद्र वर्मा, भरत कुमार पांडेय, कुलदीप वर्मा, रमेश वर्मा, शिवनारायण ने मामले की शिकायत विभाग के आला अधिकारियों से करते हुए कार्रवाई की मांग की है। इस बाबत जिला कृषि अधिकारी विनय वर्मा का कहना है कि उक्त कर्मचारी की इससे पूर्व भी शिकायत मिली है, जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।

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बनी 21 सदस्यीय बाधमंडी बचाओ संघर्ष समिति

सुलतानपुर : कस्बे में बनी बाधमंडी का विधिवत संचालन अभी तक भले न हो सका हो, लेकिन इसे लेकर संघर्ष शुरू हो गया है। बाध व मूंज व्यवयास से जुड़ा निषाद समुदाय दो खेमो में बंट गया है।

उत्तर प्रदेश कश्यप निषाद सभा के प्रांतीय अध्यक्ष खेमई प्रसाद निषाद ने बताया कि बाध, मूंज समिति के सदस्यों की बात पर ही प्रशासनिक अधिकारी कार्य कर रहे हैं, जबकि बाधमंडी के लिए संघर्ष कश्यप निषाद सभा ने किया है। प्रांतीय अध्यक्ष ने मंगलवार को एक बैठक कर 21 सदस्यीय बाधमंडी बचाओ संघर्ष समिति का गठन किया गया। इसका अध्यक्ष अधिवक्ता देवतादीन निषाद को बनाया गया है। शीघ्र ही आगे की रणनीति व कार्यक्रम तय किए जाएंगे।

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तीन साल से नहीं खुल रहा क्रय केंद्र, मजबूर किसान

सुलतानपुर : धान खरीद के लिए जिले में 46 केंद्र बनाए गए हैं, लेकिन धनपतगंज ब्लॉक में एक भी क्रय केंद्र तीन साल से नहीं खुल रहा है। लिहाजा किसानों को आय दोगुना करने के बजाय उपज का सही मूल्य निकालना मुश्किल हो गया है। कुट्टा गांव के रामउजागिर व छोटेलाल गुप्ता, बरौली के राजबहादुर पांडेय, पूरे भोला मिश्र मायंग के रामदुलार मिश्र ने बताया कि बिचौलियों को कम दाम पर उपज बेचना मजबूरी बना है। एसडीएम बल्दीराय राजेश सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में है, क्रय केंद्र के लिए प्रयास चल रहा है।

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