तालाब में तब्दील हो सकेंगे खेत, बढ़ेगा भूगर्भ जलस्तर
व्यय का आधा खर्चा सरकार वहन करेगी। प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना के तहत तालाब निर्माण की यह प्रक्रिया भूमि संरक्षण विभाग की ओर से संचालित की जा रही है।
सुलतानपुर : वर्षा जल संचयन और भूगर्भ जलस्तर बढ़ाने के लिए किसान अपने खेत अब तालाब में बदल सकेंगे। इसके लिए किसानों को तालाब की खोदाई में लगने वाले कुल व्यय का आधा खर्चा सरकार वहन करेगी। ऐसा होने से सिवान में लगे नलकूप साल भर भरपूर पानी देने में समर्थ रहेंगे। तालाब में मछली पालन कर कृषक आमदनी का अतिरिक्त जरिया भी पा सकेंगे। प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना के तहत तालाब निर्माण की यह प्रक्रिया भूमि संरक्षण विभाग की ओर से संचालित की जा रही है। चल रहे वित्तीय वर्ष में इस योजना के अंतर्गत बीस किसानों के निजी खेतों में तालाब की खोदाई कराई जाएगी।
निर्माण के बाद खाते में जाएगी धनराशि : 22 मीटर लंबे और 20 मीटर चौड़े तथा तीन मीटर गहरे कच्चा तालाब के निर्माण पर मिट्टी की खोदाई में होने वाले खर्च 82 हजार छह सौ के सापेक्ष किसान को 41 हजार तीन सौ और इसे पक्का कराने पर कुल व्यय एक लाख पांच के सापेक्ष 52 हजार पांच रुपये अनुदान दिया जाएगा। तालाब की खोदाई मशीन के जरिए और इसके चारो ओर बांध का निर्माण मजदूरों से कराना होगा। पहले आओ पहले पाओ के आधार पर कृषक को अनुदान का लाभ दिया जाएगा। भूमि संरक्षण अधिकारी आशीष कुमार ने बताया कि आवेदक किसान को तालाब के निर्माण और विभाग की ओर से इसके सत्यापन के बाद डीबीटी के जरिए अनुदान की धनराशि उसके बैंक खाते में भेज दी जाएगी।