अतिक्रमण से कराह रहा शहर, अभियान हुआ फ्लॉप

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By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Nov 2019 10:46 PM (IST) Updated:Fri, 22 Nov 2019 06:07 AM (IST)
अतिक्रमण से कराह रहा शहर, अभियान हुआ फ्लॉप
अतिक्रमण से कराह रहा शहर, अभियान हुआ फ्लॉप

सुलतानपुर: शहर की हर गली और बाजार अतिक्रमण की चपेट में हैं। अभियान चला, लेकिन उसका कोई भी असर नहीं दिखा। इसी के चलते शहर जाम की गिरफ्त में रहता है। वाहन रेंगते हैं, फुटपाथ खत्म हो गए हैं। सड़कों पर होती हैं पार्किंग, जिम्मेदार सो रहे हैं। शहर में पग-पग पर अतिक्रमण है। लोगों की बड़ी दुकानें व आवास हैं ,लेकिन सीढि़यां व घरों का छज्जे सड़क पर निकले हैं। ठेले-खोमचे वाले फुटपाथ पर दुकान सजा लेते हैं। जबकि स्थाई व्यवसायियों का ढेर सारा सामान इन पर ही फैला रहता है। ऐसे में लोगों का पैदल चलना भी दुश्वार है। नगर परिषद के नालों पर अतिक्रमण है। इन पर दुकानें बना ली गई हैं। छोटी नालियों पर स्लैब डाल दिया गया है।

गाहे-बगाहे चलता है अभियान

अतिक्रमण हटाने के अभियान महज खानापूर्ति ही होती हैं। एक तरफ अतिक्रमण हटाया जाता है तो दूसरी तरफ काफिला जाते ही यह फिर जस का तस हो जाता है। खामियाजा शहर के लोग भुगत रहे हैं। कभी कभार चलने वाला यह अभियान सभी इलाकों में नहीं चलाया जाता है। इक्का-दुक्का सड़क से अतिक्रमण हटाया जाता है और इसे बीच में ही रोक दिया जाता है।

सिर्फ बनती हैं योजनाएं

अतिक्रमण से निपटने की सिर्फ कागजी तैयारी की जाती है। शहर में जाम का कारण भी अतिक्रमण ही माना जाता है। प्रशासनिक अनिच्छा के चलते नगर परिषद,एआरटीओ,यातायात पुलिस सभी निष्क्रिय हैं। मार्गों को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए एडीएम की अगुवाई में कमेटी बनी पर व्यवहारिक बदलाव कुछ भी नहीं हुआ।

कहीं नहीं है पार्किंग

पूरे शहरी क्षेत्र में सार्वजनिक और निजी तौर पर कहीं भी पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। सड़क पर फुटपाथ नहीं बचे हैं। ऐसे में वाहन सड़क पर ही खड़े होते हैं। नियमों की अनदेखी कर बनाए गए व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में सिर्फ नक्शों में पार्किंग दिखाई गई है।

वर्जन ----

जिला और पुलिस प्रशासन से सहयोग मांगा जा रहा है। फोर्स की उपलब्धता सुनिश्चित होने के बाद अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया जाएगा।

रवींद्र कुमार, अधिशासी अधिकारी नगर परिषद

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