अघोषित बिजली कटौती से अंधेरे में डूबा शहर
सुलतानपुर: बिजली आपूर्ति जिले में सुधरने का नाम नहीं ले रही है। आए दिन अघोषित कटौती से उपभोक्ता परेश
सुलतानपुर: बिजली आपूर्ति जिले में सुधरने का नाम नहीं ले रही है। आए दिन अघोषित कटौती से उपभोक्ता परेशान हैं। शुक्रवार को भी दिनभर बिजली आंख-मिचौली का खेल करती रही। दोपहर बाद गुल होने के बाद देर शाम तक नहीं आई। इससे पूरे शहर में कामकाज प्रभावित रहा। उपभोक्ता मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। खबर लिखे जाने तक भी बिजली की आवाजाही जारी थी।
बिजली कटौती का यह आलम सिर्फ शहर में ही नहीं, बल्कि गांवों में भी दिन भर बिजली गुल रही। शाम व रात में भी अंधेरा कायम रहा। शहर के सिविल लाइन, सीताकुंड, विवेकनगर, शास्त्री नगर व मुख्य बाजार में बिजली कटौती से लोग परेशान रहे। इससे बैंकों, दुकानों व दफ्तरों का भी कामकाज प्रभावित रहा। दिन में तेज उमस के कारण लोग पसीने से तर-बतर होते रहे। बिजली कटौती का यह आलम जून माह से ही बना हुआ है। रोस्टर के मुताबिक शहर को जिला मुख्यालय को 24 व ग्रामीण क्षेत्र में 18 घंटे बिजली मिलनी चाहिए। बावजूद गत कई महीनों से 24 घंटे में पांच-छह घंटा भी बिजली नसीब होना मुश्किल हो गया है। लोग जब इसकी शिकायत बिजली विभाग को करते हैं तो वहां से कभी ट्रांसफॉर्मर जलने, कभी केबल फुंकने तो कभी मौसम पर दोष मढ़ दिया जाता है। शुक्रवार को जिले का मुख्य फीडर पयागीपुर भी बंद रहा। इसके अलावा डाकघर उपकेंद्र भी ठप रहा। इससे बाजारों, दुकानों व घरों में अंधेरा छा गया। बिजली विभाग गत तीन माह में भी अपनी खामियों को दुरुस्त नहीं कर सका है। दुर्गापूजा महोत्सव के नाम पर भी विभाग ने संयत्र बदलने के नाम पर लगातार कई हफ्तों तक बिजली कटौती की थी और उसके बाद भरोसा दिलाया था कि आगे से यह दिक्कतें ठीक हो जाएंगी। बावजूद बिजली कटौती की समस्या से लोगों को निजात नहीं मिल सकी है। इससे लोगों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है।
-तकनीकी खामियों की वजह से कई क्षेत्रों में कटौती हुई है। मुख्य बिजली घर का निरीक्षण अभियान चल रहा था। देर शाम तक आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी।
-प्रशांत गिरि, एसडीओ