किसान विरोधी कानूनों को वापस लेने की मांग, प्रदर्शन

अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति ने दिया ज्ञापन

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 10:32 PM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 11:18 PM (IST)
किसान विरोधी कानूनों को वापस लेने की मांग, प्रदर्शन
किसान विरोधी कानूनों को वापस लेने की मांग, प्रदर्शन

सुलतानपुर : अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले शुक्रवार को तिकोनिया पार्क में किसानों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान लोगों ने कहा कि किसानों के विरोध में केंद्र सरकार ने तीन बिल पास किए हैं। इन तीनों को वापस लिया जाना चाहिए। विकास भवन के समक्ष पार्क में जुटे विभिन्न संगठनों के किसानों ने एक सुर में दिल्ली रैली का समर्थन किया। राष्ट्रपति को भेजे गए ज्ञापन में लोगों ने बिजली कानून-2020, किसान बिल, रेलवे, बैंक, बीमा आदि सार्वजनिक प्रतिष्ठानों को निजी कंपनियों के हाथों बेचने पर रोक लगाने की मांग की। संगठन के संयोजक शारदा प्रसाद पांडेय ने कहा कि वे सभी किसान बिल के खिलाफ तब तक संघर्ष करेंगे जब तक वह वापस नहीं हो जाता। बाबूराम यादव ने कहा कि आठ से दस रुपये प्रति किलो के हिसाब से किसान धान बेच रहे हैं, जो इस काले कानून के प्रभाव को दर्शाता है। आलू का भंडारण व्यापारियों ने शुरू कर दिया है, जिसकी वजह से इसकी कीमत पचास से साठ रुपये हो गई है, जबकि उत्पादकों से यह बहुत ही सस्ते दर पर खरीदी जा रही है। रामप्रकाश गुड्डू ने किसानों को एकजुट होने और संघर्ष करने का आह्वान किया। रामपियारे वर्मा ने कहा कि हक की लड़ाई के लिए किसानों को आगे आना होगा। अखिल भारतीय किसान सभा से मोहम्मद सैफ, एसएफआई के विवेक विक्रम सिंह, सौरभ मिश्र, एआईएसएफ के नोमान खान, डीवाईएफआई के शिवपूजन पांडेय, शशांक पांडेय, खेत मजदूर यूनियन के ओमप्रकाश, लायर्स यूनियन के नरोत्तम शुक्ल आदि ने किसान आंदोलन का समर्थन किया।

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