वैक्सीन की कमी से टीकाकरण का लक्ष्य हासिल करने पर संकट

जुलाई में 12 लाख लोगों को लगना है टीका मात्र एक लाख किए गए प्रतिरक्षित।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Jul 2021 11:17 PM (IST) Updated:Sun, 18 Jul 2021 11:17 PM (IST)
वैक्सीन की कमी से टीकाकरण का लक्ष्य हासिल करने पर संकट
वैक्सीन की कमी से टीकाकरण का लक्ष्य हासिल करने पर संकट

सुलतानपुर : वैक्सीन की कमी से कोविड टीकाकरण अभियान मंद पड़ गया है। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से निर्धारित किए गए लक्ष्य के दस फीसद के ही आंकड़े को छुआ जा सका है। टीके की अनुपलब्धता का आलम यह है कि स्वास्थ्य केंद्रों पर पहुंचने वाले लोग बिना टीका लगवाए ही वापस घर लौट रहे हैं।

प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से शुरुआत के चार चरणों में स्वास्थ्य कर्मी, पुलिस, पत्रकार के साथ ही 45 साल से ऊपर के व्यक्तियों को टीके से लाभांवित किया गया। इस दौरान 50 हजार से अधिक 45 साल से ऊपर के बीमार व्यक्तियों को भी कोविड का टीका लगाया गया। डर और वहम के चलते लोग कोविड का टीका लगवाने के लिए सेंटरों पर पहुंचने से लोग गुरेज करते थे। जुलाई में क्लस्टर व रूटीन टीकाकरण के जरिए 1214376 लोगों को कोविड के टीके से लाभांवित किए जाने का लक्ष्य बनाया गया। वैक्सीन की अनुपलब्धता होने पर छह जुलाई से क्लस्टर अभियान के तहत स्वास्थ्य टीमों को बढ़ाकर घर-घर, गांव-गांव टीका लगाया जाना शुरू किया गया। चार से पांच दिनों तक आठ से दस हजार लोगों को हर दिन टीका लगाया जा रहा था। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सत्रों को बढ़ाए जाने पर विचार चल रहा था कि एक बार फिर टीके की कमी पैदा हो गई। क्लस्टर अभियान को रोक दिया गया और रूटीन टीकाकरण के तहत टीकाकरण किया जाने लगा।

12 लाख लोगों की अपेक्षाकृत 17 जुलाई तक मात्र 94958 लोग ही टीके से प्रतिरक्षित किए जा सके हैं। वहीं, 13 दिनों में बचे हुए 11 लाख लोगों का टीकाकरण किया जाना किसी चुनौती से कम नहीं है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एएन राय ने बताया कि टीके को लेकर लोग जागरूक हुए हैं और बूथ की तरफ बढ़ रहे हैं। एकाएक बढ़ी मांग के चलते टीके का अभाव हो गया है। केंद्र की तरफ से जल्द ही टीके की खेप उपलब्ध होने वाली है, इसके बाद अभियान में तेजी लाई जाएगी।

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