संपत्ति विवाद में सौतेले भाई की सरेराह गोली मारकर हत्या
कोतवाली देहात के सातनपुर गांव रईस अहमद तीन दशक से दूध का व्यवसाय करता था। मंगलवार की सुबह करीब सात बजे वह अपनी बाइक से रोजाना की तरह दूध लेने रामगंज रजबहा नहर की पटरी से होकर तेरयें जा रहा था। सकवा नहर पुल को पार करते ही सामने से आए चचेरे भाई रसीद व उसके दो पुत्रों कप्तान जीशान ने रईस पर हाकी व डंडे से हमला कर दिया।
सुलतानपुर : लम्भुआ कोतवाली क्षेत्र के सकवा नहर पुल के पास संपत्ति विवाद में एक युवक की सौतेले भाई व उसके दो बेटों ने हांकी डंडे से पिटाई करने के बाद गोली मारकर हत्याकर दी। शव को सूखी नहर में छोड़कर आरोपित फरार हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
कोतवाली देहात के सातनपुर गांव रईस अहमद तीन दशक से दूध का व्यवसाय करता था। मंगलवार की सुबह करीब सात बजे वह अपनी बाइक से रोजाना की तरह दूध लेने रामगंज रजबहा नहर की पटरी से होकर तेरयें जा रहा था। सकवा नहर पुल को पार करते ही सामने से आए चचेरे भाई रसीद व उसके दो पुत्रों कप्तान, जीशान ने रईस पर हाकी व डंडे से हमला कर दिया। जान बचाने के लिए रईस सूखी नहर में कूद गया, बावजूद इसके हमलावरों ने नहीं छोड़ा। पिटाई करने के बाद आरोपितों ने उसके सिर में गोली मार दी। नहर की पटरी से गुजर रहे लोगों की सूचना पर कोतवाल सुनील पांडेय, क्षेत्राधिकारी राघवेंद्र चतुर्वेदी मय फोर्स मौके पर पहुंच गए। डाग स्क्वायड व फारेंसिक टीम द्वारा भी मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल की गई। रईस घर का इकलौता कमाने वाले था। उस पर पत्नी व मां के अलावा एक पुत्री, दो पुत्र व दो बहनों की जिम्मेदारी थी। क्षेत्राधिकारी ने बताया कि मृतक के पुत्र की तहरीर पर आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्जकर उनकी तलाश की जा रही है।
पिछले माह भी हुई थी मारपीट : दोनों ही पक्षों के बीच काफी समय से तनातनी चली आ रही थी। पिछले माह 21 फरवरी को भी बच्चों के विवाद में दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई थी। इसमें दोनों तरफ से कई लोग घायल भी हुए थे। इस मामले में कोतवाली देहात में मारपीट व जान से मारने की धमकी देने की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया था।
गोली लगने की बात बाद में आई सामने : सुबह घटना के समय पुलिस भी लाठी-डंडे व हांकी से सर पर वार किए जाने से मौत की वजह मान रहा था, जब शव को पुलिस सील कर रही थी तो सर में पीछे से गोली लगने की बात भी सामने आई।
रईस के मौत का कारण बनी मां के हिस्से की जमीन : मां के हिस्से की दो बीघा जमीन रईस के मौत की वजह बन गई। सौतेले भाई रसीद ने हाथ से संपत्ति को फिसलते देख बेटों के साथ अपने भाई का मौत के घाट उतारने की योजना तैयार की। वारदात के बाद से परिवार के सभी सदस्य फरार हैं और घर में ताला लटक रहा है।
सातनपुर गांव अंसार अहमद ने दो शादी की थी। रसीद के पैदा होने के बाद अंसार की पहली पत्नी की मौत हो गई। इसके बाद अंसार ने कैसरजहां से दूसरा निकाह कर लिया। कैसरजहां से एक पुत्र रईस व तीन पुत्रियां हुईं। अंसार की मौत के बाद छह बीघा जमीन को रसीद, रईस व कैसरजहां में बराबर-बराबर बांट दिया गया। कैसरजहां को मिली दो बीघा जमीन को लेकर रसीद आए दिन विवाद करता था। तीन माह पूर्व भी असई चौराहे पर रसीद के बेटे द्वारा मारपीट की गई थी, जिसमें कैसरजहां का हाथ टूट गया था। आए दिन मारपीट व झगड़े से आजिज आकर कैसरजहां ने अपनी जमीन रईस के नाम लिख दी। बैनामा करने के बाद रसीद द्वारा हिस्सेदारी को लेकर न्यायालय में मुकदमा भी दर्ज कराया गया है। सप्ताह भर पहले भी खेत में काम करने को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हुआ था। इस दौरान रईस को देख लेने की भी धमकी दी गई थी। रसीद व उसका बेटा कप्तान सउदी अरब में रहते हैं जो कुछ माह पूर्व ही स्वदेश लौटे हैं।