नौ जिलों में 900 किमी. चलेगा गोमती स्वच्छता जनजागरण अभियान

गोमती मित्रमंडल ने लिया संकल्प युवा करेंगे श्रमदान महिला मंडल कराएंगी आदि गंगा की आरती।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Jul 2021 11:23 PM (IST) Updated:Sun, 18 Jul 2021 11:23 PM (IST)
नौ जिलों में 900 किमी. चलेगा गोमती स्वच्छता जनजागरण अभियान
नौ जिलों में 900 किमी. चलेगा गोमती स्वच्छता जनजागरण अभियान

जीतेंद्र श्रीवास्तव, सुलतानपुर

कोरोना संक्रमण के प्रकोप से थम चुकीं गतिविधियां डेढ़ वर्ष बाद रफ्तार पकड़ने लगी हैं। इसी क्रम में गोमती मित्रमंडल ने नदी की स्वच्छता के लिए नया संकल्प लिया है। अब नौ जिलों के 900 किलोमीटर क्षेत्र में बहने वाली आदिगंगा गोमती की स्वच्छता के लिए जनजागरण अभियान चलाएगा। इसमें युवा मंडल श्रमदान और महिला मंडल को आरती कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

करीब एक दशक से गोमती की स्वच्छता, अविरलता व निर्मलता के लिए प्रयासरत गोमती मित्रमंडल ने कोविड काल मे सामाजिक कार्यो का निर्वहन किया। इससे सुलतानपुर व जौनपुर के करीब डेढ़ दर्जन घाटों पर रविवार को आयोजित होने वाली महाआरती व सफाई अभियान थमा रहा। मित्रमंडल के सदस्यों की बैठक में गत रविवार को निर्णय लिया गया कि नए जोश व संकल्प के साथ पुन: नदी को संरक्षित करने का अभियान शुरू किया जाएगा। इसके लिए जिले के 14 घाटों की समितियों को सक्रिय कर आरती की शुरुआत की जाएगी।

प्रदेश अध्यक्ष रुद्रप्रताप सिंह मदन ने बताया कि पीलीभीत में माधोटांड के गोमद ताल से लेकर गाजीपुर में कैथी तक नदी के किनारे बसे गांवों के लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाएगा। संरक्षक डॉ सुधाकर सिंह ने बताया कि वरिष्ठ व संरक्षक मंडल के सदस्य अभियान चलाकर शासन और प्रशासन से नदी में गिरने वाले नालों की गंदगी को रोकने व ट्रीटमेंट प्लांट लगवाने के प्रयास करेंगे। इसमें युवा मंडल के प्रदेश अध्यक्ष रामेंद्र सिंह राणा व महिला मंडल की प्रदेश अध्यक्ष पूजा कसौंधन, मीडिया प्रभारी रमेश माहेश्वरी भी शामिल होंगे।

ये है मान्यता :

पौराणिक मान्यता और रामायण के अनुसार गोमती नदी को ऋषि वशिष्ठ की पुत्री कहा गया है। रावण वध के बाद मर्यादा पुरुषोत्तम राम ने गोमती नदी में स्नान करके अपना धनुष धोया था, तभी से आदिगंगा के सुलतानपुर लम्भुआ स्थित तट को धोपाप का नाम मिला, जहां ज्येष्ठ मास के गंगा दशहरा को स्नान करने से पाप से मुक्ति मिलने का वर्णन है।

ये भी जानें :

- गोमती नदी का उद्गम स्थल - पीलीभीत के माधोटांड़ में गोमदताल।

- गोमती नदी का संगम स्थल - गाजीपुर जिले के सैदपुर स्थित कैथी गांव में गंगा में समावेश।

- गोमती नदी की लंबाई -900 किलोमीटर

- नौ जिलों में गोमती का प्रवाह - पीलीभीत, लखीमपुर, सीतापुर, लखनऊ, अमेठी, सुलतानपुर, जौनपुर, वाराणसी व गाजीपुर

- गोमती में मिलने वाली नदियां - सई, कथिना, सरायन, छोहा, सुखेता

- गोमती तट स्थित धर्मस्थल - ज्वालेश्वर महादेव (सीतापुर), धोपाप (सुलतानपुर), मार्कण्डेय महादेव (गाजीपुर)।

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