यूनिफार्म, स्वेटर व जूता मोजा के लिए खर्च किए जाएंगे 27 करोड़

परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 10:59 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 10:59 PM (IST)
यूनिफार्म, स्वेटर व जूता मोजा के लिए खर्च किए जाएंगे 27 करोड़
यूनिफार्म, स्वेटर व जूता मोजा के लिए खर्च किए जाएंगे 27 करोड़

सुलतानपुर : परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को यूनिफार्म, जूता-मोजा, स्वेटर व मोजे की रकम अभिभावकों के खाते में सीधे भेजी जाएगी। इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा प्रति छात्र 1056 रुपये के हिसाब से तकरीबन 27 करोड़ रुपये डीबीटी के माध्यम से खाते में भेजी जाएगी। नियम में किए गए बदलाव से मनपसंद सामानों की खरीदारी की जा सकेगी। साथ ही अधिकारियों व शिक्षकों द्वारा की जाने वाली कमीशनबाजी पर भी विराम लगाया जा सकेगा।

शिक्षा के अधिकार के तहत बेसिक विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को पाठ्य पुस्तक से लेकर पठन-पाठन संबंधी सभी जरूरी चीजों को निश्शुल्क दिया जाता है। पहले सामानों की आपूर्ति के लिए विद्यालय शिक्षा समिति के खाते में धनराशि भेजी जाती थी। कमीशनबाजी के चक्कर में इस धनराशि को निकालकर घटिया क्वालिटी के सामान छात्रों को दे दिए जाते थे। अब शासन की तरफ से सभी सुविधाओं की आनलाइन व्यवस्था कर खाते में सीधे रकम भेजने की कोशिश की जा रही है। इसके लिए सभी छात्रों व अभिभावकों का बैंक खाता भी मांग लिया गया है।

इस बार प्रत्येक विद्यार्थी की यूनिफार्म, स्वेटर, बैग व जूता-मोजा खरीदने के लिए 1056 रुपये दिए जाने हैं। दो यूनिफार्म के लिए 600 रुपये, एक स्वेटर के लिए 200 रुपये, एक जोड़ी जूते के लिए 135 रुपये, एक जोड़ी मोजा के लिए 21 रुपये व बैग के लिए 100 रुपये दिए जाएंगे। योजना के तहत 2064 विद्यालयों में पंजीकृत प्राथमिक विद्यालय के 139900 व जूनियर के 50382 समेत कुल 254970 बच्चों के लिए 1056 रुपये के हिसाब से 26,92,48,320 रुपये की धनराशि खर्च की जाएगी। बीएसए दीवान सिंह ने बताया कि खाते में रकम सीधे भेजने से पारदर्शिता आएगी। वहीं इस व्यवस्था से शिक्षक भी खुश हैं कि उन्हें गैर शैक्षणिक कार्य से मुक्ति मिलेगी और अभिभावक भी अच्छी गुणवत्ता के सामानों की खरीदारी कर सकेंगे।

chat bot
आपका साथी