सातवें स्वरूप कालरात्रि का हुआ पूजन-अर्चन

मां दुर्गा के सातवें स्वरूप कालरात्रि की पूजा सोमवार को भक्तों ने की। वासंतिक नवरात्र की सप्तमी को मां दुर्गा के इस स्वरूप के दर्शन-पूजन के लिए प्रमुख देवी मंदिरों में भक्तों ने कोविड नियमों का पालन करते हुए पहुंचे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 05:18 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 05:18 PM (IST)
सातवें स्वरूप कालरात्रि का हुआ पूजन-अर्चन
सातवें स्वरूप कालरात्रि का हुआ पूजन-अर्चन

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : मां दुर्गा के सातवें स्वरूप कालरात्रि की पूजा सोमवार को भक्तों ने की। वासंतिक नवरात्र की सप्तमी को मां दुर्गा के इस स्वरूप के दर्शन-पूजन के लिए प्रमुख देवी मंदिरों में भक्तों ने कोविड नियमों का पालन करते हुए पहुंचे। रविवार को कोरोना क‌र्फ्यू के बाद सोमवार को भक्तों की संख्या ठीक-ठाक थी। मंगलवार को पड़ने वाले अष्टमी के व्रत को लेकर लोग फलों की खरीदारी भी करते दिखे। कोरोना के कारण इस बार अधिकांश भक्त घरों के अंदर ही माता रानी के पूजन में व्यस्त है। इस दौरान भक्तों के जयकारे व घंटे की आवाज से पूरा क्षेत्र व मुहल्ला गुंजायमान हो रहा था। डाला स्थित मां वैष्णो देवी मंदिर, मां ज्वाला देवी मंदिर व राब‌र्ट्सगंज नगर के शीतला माता मंदिर में पूरे दिन कोरोना नियमों का पालन करते हुए भक्तों ने दर्शन-पूजन किया। एक साथ पांच भक्तों को ही देवी मंदिर में आने की अनुमति थी, बावजूद इसके भक्तों ने अपने पारी का इंतजार किया। इस दौरान मंदिरों में सुरक्षा व्यवस्था की भी चौकस व्यवस्था रही। मंदिर कमेटी के लोग पुलिस के जवान लगकर भक्तों को कोरोना नियमों का पाठ पढ़ाते दिखे। नवरात्र में चल रहे पूजन-अर्चन, भक्तों के जयकारे व बज रहे घंटे आदि से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो गया है। सबने दिखाई जिम्मेदारी

भक्ति के साथ समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी दिखाने में सोनांचल के लोगों ने मिसाल कायम किया है। नवरात्र पर्व पर कोरोना की मार के दौरान मंदिरों में भीड़ न लग पाए इसके लिए अधिकांश लोगों ने अपने घर में ही पूजा-पाठ किया। जो भक्त मंदिर में गए उन्होंने तय नियम का पूरा पालन किया। साथ ही दूसरों को भी इसके लिए लगातार उत्साहित करते दिखे। जिले के प्रतिष्ठित मंदिर प्रशासन ने भी इसमें अपना सहयोग दिया।

chat bot
आपका साथी