श्रमिकों ने सीएम से न्याय की लगाई गुहार

उत्तर प्रदेश सीमेंट निगम डाला के कर्मचारियो ने मंगलवार को बाड़ी में बैठक कर मुख्यमंत्री से न्याय किए जाने कि गुहार लगाई है। बैठक के दौरान कर्मचारियों ने कहा कि उप्र सीमेंट निगम डाला चुर्क चुनार व गुरमा जो प्रदेश सरकार के पूर्ण स्वामित्व वाला उद्योग था। उसे हाईकोर्ट के आदेश पर आठ दिसंबर 1999 को

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Nov 2019 07:10 PM (IST) Updated:Tue, 19 Nov 2019 07:10 PM (IST)
श्रमिकों ने सीएम से न्याय की लगाई गुहार
श्रमिकों ने सीएम से न्याय की लगाई गुहार

जागरण संवाददाता, डाला (सोनभद्र) : उप्र सीमेंट  निगम डाला के  कर्मचारियों ने मंगलवार को बाड़ी में बैठक कर  मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाई। इसमें समय-समय पर बदली स्थितियों में श्रमिकों के साथ न्याय नहीं करने की आवाज बुलंद की गई।

कर्मचारियों ने कहा कि डाला, चुर्क, चुनार व गुरमा स्थित कंपनियां सरकार के पूर्ण स्वामित्व में थीं। हाईकोर्ट के आदेश पर आठ दिसंबर 1999 को बंद करने का आदेश हुआ। समापक अधिकारी ने 31 जुलाई 2001 को चार्ज लेने के बाद श्रमिकों को बाहर निकाल कर फैक्ट्री को सील कर दिया। इस दौरान श्रमिकों को कोई भुगतान नहीं हुआ और न ही उसके लिए राज्य कर्मचारी पेंशन लागू किया गया। इसके अलावा कर्मचारियों को समापन अधिकारी द्वारा छंटनी प्रमाण पत्र तक नहीं दिया गया। कर्मचारियों ने कहा कि कर्मचारी दर-दर न्याय के लिए भटक रहे हैं। कर्मचारियों ने 12 अगस्त, 2017 को सीएम को पत्र भेजकर मामले का तत्काल निस्तारण करने की मांग की थी जो अभी तक लंबित है। कर्मचारियों ने पुन: मुख्यमंत्री से संज्ञान लेने और उसका निस्तारण करने की गुहार लगाई है। इसमें सजावल पाठक, केदारनाथ सिंह, जगदीश यादव, अशोक शर्मा, नेपाल तिवारी, भोला मैनाली, जगपत, जय बहादुर, सुखदेव, विनोद कुमार पाल, लक्ष्मण कुमार, रमाशंकर सिंह आदि थे।

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