अगले सप्ताह शुरू होगी दो बालू साइड
काफी प्रतीक्षा के बाद अंतत जनपद में जल्द बालू खनन शुरू हो जा
जागरण संवाददाता, ओबरा (सोनभद्र) : काफी प्रतीक्षा के बाद अंतत: जनपद में जल्द बालू खनन शुरू हो जाएगा। 15 दिसंबर तक सोन नदी में ग्राम पंचायत अगोरी खास एवं घटिहटा में बालू के कुल दो खनन पट्टों में खनन का काम शुरू होगा। खनन पट्टे में बालू खनन के लिए आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। खनन के साथ लोडिग प्वाइंट तक भारी वाहनों के जाने के लिए रास्तों का निर्माण शुरू हो गया है। ग्राम पंचायत अगोरी खास के टोला चौरा में मेसर्स न्यू इंडिया मिनरल को तथा घटिहटा के टोला भगवा में मेसर्स वीरा कंस्ट्रक्शन को हुए पट्टों पर्यावरण स्वीकृति मिल चुकी है। बीते 18 अगस्त को पर्यावरण स्वीकृति के लिए लोक सुनवाई हुई थी। दोनों खदानों के चालू होने से लगभग पांच लाख घनमीटर बालू प्रतिवर्ष निकाली जाएगी। इसका सीधा लाभ प्रधानमंत्री आवास निर्माण सहित अन्य विकास कार्यों पर पड़ेगा। जनपद में बालू की उपलब्धता नहीं होने के कारण काफी महंगी बालू दूसरे प्रदेशों से मंगाई जा रही है। पिछले दो वर्ष से सोन नदी और रेणुका नदी में बालू खनन बंद हालत में है। धारा 20 के प्रकाशन सहित कई तकनीकी समस्याओं के कारण बालू खनन नहीं शुरू हो पा रहा था। शासन द्वारा ई टेंडरिग के माध्यम से आधा दर्जन से ज्यादा बालू खनन पट्टों को कई माह पहले स्वीकृति दे दी थी,लेकिन कई अन्य स्वीकृति को लेकर लगातार पेंच फंसा हुआ था। बहरहाल अब दो खनन पट्टों में काम शुरू होने को देखते हुए जनपद में बालू की उपलब्धता बढ़ जाएगी। अन्य खदानों के चालू होने पर बालू के दाम भी कम हो सकते हैं। न्यू इंडिया मिनरल के प्रबंधक रविद्र राय ने बताया कि रजिस्ट्री सहित कई तकनीकी प्रक्रिया एक दो दिनों में पूरी जाएगी। जिला प्रशासन द्वारा सभी कागजात की जांच की जा रही है। इसके बाद जल्द ही खनन का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। चोपन-भरहरी मार्ग पर बढ़ेगी व्यस्तता
बालू खदानों के चालू होने पर चोपन-भरहरी मार्ग पर काफी व्यस्तता बढ़ जाएगी। दोनों बालू खदानों पर प्रतिदिन सैकड़ों ट्रकें आएंगी, जिसके कारण जाम की स्थिति भी बनेगी। खासकर सड़कों के खराब होने की संभावना भी रहेगी। बीते 18 अगस्त को हुए लोक सुनवाई में अपर जिलाधिकारी आशुतोष दुबे ने कहा था कि पट्टाधारकों को पहले ही यह तय करना होगा कि बालू परिवहन से सड़क खराब न हो। कहा था कि बालू परिवहन के दौरान ट्रकें पूरी तरह ढकी होनी चाहिए।