बारिश से प्रभावित हुई टमाटर और मिर्च की खेती

जागरण संवाददाता घोरावल (सोनभद्र) क्षेत्र में पिछले दिनों लगातार हुई बारिश से जहां जनजीवन प्रभावित हो गया है वहीं किसानों की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। शनिवार की देर रात से बेलन नदी का जलस्तर बढ़ना शुरू हुआ था। रविवार की सुबह का नजारा देख कर किसानों ने सिर पर हाथ रख लिया। खरुआव गांव के किसान उदल कुमार मौर्य पुत्र रामसागर मौर्य ने बताया कि मिर्च की दो बीघा की खेती की पूरी तैयारी कर दी थी। उनका मिर्च बाढ़ से पूरी तरह डूब गया। पटवन पर खेत लेकर उन्होंने खेती की जिसमें एक लाख रुपये से अधिक का खर्च लग गया था।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 12:32 AM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 12:32 AM (IST)
बारिश से प्रभावित हुई टमाटर और मिर्च की खेती
बारिश से प्रभावित हुई टमाटर और मिर्च की खेती

जागरण संवाददाता, घोरावल (सोनभद्र) : क्षेत्र में पिछले दिनों लगातार हुई बारिश से जहां जनजीवन प्रभावित हो गया है वहीं किसानों की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। शनिवार की देर रात से बेलन नदी का जलस्तर बढ़ना शुरू हुआ था। रविवार की सुबह का नजारा देख कर किसानों ने सिर पर हाथ रख लिया। खरुआव गांव के किसान उदल कुमार मौर्य पुत्र रामसागर मौर्य ने बताया कि मिर्च की दो बीघा की खेती की पूरी तैयारी कर दी थी। उनका मिर्च बाढ़ से पूरी तरह डूब गया। पटवन पर खेत लेकर उन्होंने खेती की, जिसमें एक लाख रुपये से अधिक का खर्च लग गया था। इसके साथ में 10 हजार रुपये तक के टमाटर के बीज भी खेत में बाढ़ की भेंट चढ़ गए। उसी गांव के किसान रामसागर, अशोक दुबे के साथ अन्य किसानों का भी नुकसान हो गया है। बाढ़ से डूबे हुए खेतों में धान की फसल को छोड़कर लगभग सभी फसलें चौपट हो गई। किसान अशोक निवासी बागपोखर ने बताया कि यदि पानी ज्यादा देर तक खेत मे रह गया तो किसानों की बची धान की वह भी फसल नष्ट हो जाएगी। राष्ट्रीय समानता दल मीरजापुर के मंडल अध्यक्ष चंद्रभान सिंह ने बताया कि क्षेत्रीय भ्रमण के दौरान ज्ञात हुआ कि एक अगस्त को घोरावल तहसील के ग्राम बारी महेवा, उचका दाई, उचका, मोकरसिम, रानीतारा, अरुआंव, धोवां, बीमौरी, लोहधरा, कुसम्हा, खरुआंव आदि गांव में बेलन नदी में अत्यधिक बरसात के कारण आई बाढ़ से धान की फसल तथा अन्य फसलें बर्बाद हो गईं। साथ ही कच्चे मकान भी डूब गए। उन्होंने इसकी जांच कराकर पीड़ितों को मुआवजा दिलाने की मांग जिलाधिकारी से की है।

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