बकाया भुगतान को लेकर कंपनी नुमाइंदो एवं सप्लायरों के बीच रार बरकरार

- पटाक्षेप न होने से रेलवे दोहरीकरण का कार्य हो रहा प्रभावित - मध्यस्थता में जुटी पुलिस सभी पक्षकारों बुधवार तक बुलाया

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 06:41 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 06:41 PM (IST)
बकाया भुगतान को लेकर कंपनी नुमाइंदो एवं सप्लायरों के बीच रार बरकरार
बकाया भुगतान को लेकर कंपनी नुमाइंदो एवं सप्लायरों के बीच रार बरकरार

जागरण संवाददाता, दुद्धी (सोनभद्र) : कोतवाली क्षेत्र में चल रहे रेलवे दोहरीकरण में लगी कंपनी एवं सप्लायरों के बीच भुगतान को लेकर मची रार अभी थमने का नाम नहीं ले रही है। सोमवार को कंपनी के लोगों ने काम शुरू करने का उपक्रम किया तो सप्लायरों ने बगैर भुगतान किये काम शुरू न करने की हिदायत दी। इसके बाद कंपनी के नुमाइंदे पुलिस की शरण में पहुंच गए। कोतवाल राघवेंद्र सिंह ने शाम करीब पांच बजे सप्लायरों एवं कंपनी के लोगों की बातें सुनने के बाद कंपनी एवं सप्लायरों के बीच की भूमिका निभाने वाले शख्स को दूरभाष के जरिए तलब किया। जो दो दिन बाद पहुंचने को कहा। इस पर कोतवाल ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की बात कहते हुए मामले के सभी पक्षकारों को बुधवार को बुलाया है।

बताते चलें कि झारो से लेकर जोगीडीह रेलवे स्टेशन के बीच दोहरीकरण का कार्य मुख्य कंपनी द्वारा एक पेटी कांट्रैक्टर को दे रखा है। उस कंपनी भी अलग-अलग कार्य के लिए कई छोटी मोटी कंपनियों के माध्यम से काम कर रही थी। कोविड काल में ऐसी कई कंपनी कुछ भुगतान लेने के बाद काम छोड़कर मौके से फरार हो गईं। फरार कंपनियों के अधीनस्थ कार्य करने वाले कर्मियों के मजदूरी के अलावा मशीनरी एवं सप्लायरों का करोड़ों में भुगतान बकाया चला आ रहा है। दशहरे के दो दिन पूर्व मजदूरों ने हो हंगामा मचाया, तो मुख्य कंपनी ने प्रशासनिक हस्तक्षेप के बाद सभी श्रमिकों के मजदूरी का भुगतान तो करा दिया कितु अभी भी सप्लायरों एवं मशीनरी किराया के रूप में लाखों रुपया लोगों का बकाया है। इसको लेकर कार्यदायी संस्था झारो से जोगीडीह के बीच रेलवे दोहरीकरण की कार्य प्रगति भी रुकी है।

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