बाइक चोर गिरोह से जुड़ा युवक चढ़ा हत्थे, पुलिस ने छोड़ा
अगर आप राबर्ट्सगंज में रह रहे हैं तो अपने सामान एवं वाहन की सु
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : अगर आप राबर्ट्सगंज में रह रहे हैं तो अपने सामान एवं वाहन की सुरक्षा को लेकर स्वयं सतर्क रहिए। क्योंकि गिरोह के गिरेबान तक पहुंचने के बावजूद वादी तहरीर नहीं देता है तो पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करने वाली। भले ही पकड़े गए संदिग्ध से चोरी के दूसरे दर्ज मुकदमों में बड़ा सुराग मिलने वाला हो या सीधा तार ही जुड़ता हो।
राबर्ट्सगंज कस्बे से एक बाइक चोरी के मामले में मिली जानकारी कुछ ऐसा ही बयां करती नजर आ रही है। एक सप्ताह पूर्व राबर्ट्सगंज प्रेक्षागृह में एक बरात में शिरकत करने पहुंचे कारोबारी एक युवक की महंगी बाइक चोरों ने उड़ा दी। पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस जल्द बाइक बरामद करने का दिलासा भी देती रही। बाइक चोरी जाने के एक दिन बाद ही संबंधित व्यवसायी अपने एक परिचित के जरिए सेकेंड हैंड बाइक का कारोबार करने वाले व्यक्ति के पास पहुंच गया। उसके परिचित ने सेकेंड हैंड बाइक कारोबारी से पुराने संबंधों का हवाला देते हुए किसी भी तरह बाइक तलाशवाने की आरजू की। घंटे भर बाद ही व्यवसाई के यहां सूचना आई कि कुछ रुपये देने होंगे, चोरी गई बाइक सही सलामत मिल जाएगी। इसके अगले दिन पीड़ित रुपये लेकर घुआस गांव में बताई गई सूनसान जगह पर पहुंच गया। तभी राबर्ट्सगंज में तैनात एक सिपाही को इसकी भनक लग गई। वह भी पीछे पीछे वहां पहुंच गया। कुछ देर बाद बताई जगह पर एक युवक बाइक लेकर पहुंचा और बाइक स्वामी से रुपये लेकर उसे गाड़ी की चाबी सौंप दी। इसके बाद वापस जाने के लिए जैसे ही मुड़ा पास में घात लगाकर बैठे सिपाही ने दौड़ लगाकर उसे दबोच लिया। इसके बाद बाइक सहित युवक को पुलिस चौकी ले आई। दो दिन तक पकड़े गए युवक को चौकी में बैठाए भी रखा गया। उस समय चौकी इंचार्ज का कहना था कि पूछताछ की जा रही है, जल्द ही बड़ी कामयाबी सामने होगी, लेकिन अचानक से बैठाए गए युवक को छोड़ दिया गया। चौकी इंचार्ज कृष्णावतार सिंह का कहना है कि वादी तहरीर देने को तैयार नहीं था। पहले उसने बाइक चोरी जाने की सूचना दी थी बाद में कहने लगा कि उसका एक मित्र बाइक ले गया था। पकड़ा गया युवक छात्र है। उसके भविष्य को देखते हुए छोड़ दिया गया।